रसड़ा,बलिया,22फरवरी। उपनिबधंक कार्यलालय रसड़ा मुंसफी तिराहे मुंसफी न्यायलय के पश्चिम व कोतवाली के निकट प्राचीन रजिस्ट्री कार्यालय को जिलाधिकारी द्वारा रसड़ा तहसील भवन में स्थानांतरित करने के आदेश के बाद दस्तावेज लेखकों में गहरा आक्रोश व्याप्त हो गया है। शुक्रवार को दोपहर बाद दस्तावेज लेखकों की एक बैठक प्रतीक सिंह की देख-रेख में सम्पन्न हुई जिसमें रजिस्ट्री कार्यालय का स्थानांतरण रोकने की मांग को लेकर लोकतांत्रिक तरीके से आंदोलन करने का निर्णय लिया गया। बैठक के बाद दस्तावेज लेखकों ने रजिस्ट्री कार्यालय परिसर में नारेबाजी करते हुए धरना शुरू कर दिया गया।
इस दरम्यान अध्यक्षता कर रहे प्रतीक सिंह ने कहा कि सभी दृष्टि कोण एवं सुरक्षा मानकों को पालन करने के बावजूद प्रशासन द्वारा रजिस्ट्री कार्यालय को महानिरीक्षक निबंधन के आदेश पर जिलाधिकारी बलिया द्वारा रजिस्ट्री कार्यालय को रसड़ा तहसील भवन में स्थानातरित करने का आदेश दिया गया है जो कई मायनों में उचित नहीं है। यदि स्थानांतरण नहीं रूका तो दस्तावेज लेखक 22 फरवरी से आर-पार की लड़ाई शुरू करने को बाध्य होंगे जिसकी समस्त जिम्मेदारी शासन व प्रशासन की होगी।
इस दरम्यान बलवान पाण्डेय ने कहा की राजनितिक दबाव में सुरक्षित स्थान नगर बाजार में कोतवाली के पास एवम् बैक के निकट स्थित है ऐसे स्थान से दूर तहसील परिसर भवन में स्थानान्तरित किया जाना बिल्कुल अनुचित है लेकिन राजनीतिक दबाव में आकर प्रदेश के सचिव बिना स्थिति की जानकारी लिए डी एम को आदेश देकर जिसे डी एम व एसडी एस डी एम द्वाराद्वारा स्थांतरण तहषील करना जनहित मे नही है।उन्होने कहा कि कुछ अपने राजनिति चमकाने व जनता के बीच अपना बर्चस्व रखने के लिए जातिगत स्वार्थ से प्रेरित होकर यह कार्य कराने के लिए दबाव डाला गया है किन्तु आने वाले समय में वह पुन: कही के नही रह पायेगा। स्थानांतरित के विरोध में धरने के मौके पर,
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