Ticker

6/recent/ticker-posts

यूक्रेन से भारत वापस लौटे पुत्र के घर वापसी पर पूरे परिवार में खुशी का माहौल





 
 बलिया उत्तर प्रदेश।।  


(बलिया डेस्क)-यूक्रेन से भारत लौट पुत्र की सकुशल घर वापसी पर माता पिता के साथ परिजनों के आंखों से छलका खुशी का आंसू,पूरे घर में खुशी का माहौल है।


खबर उत्तर प्रदेश के जनपद बलिया के सिकन्दरपुर थाना क्षेत्र की है जहां हड़सर (बंसी बाजार) निवासी डॉक्टर पारसनाथ के घर के लोगों की खुशी उस समय देखते बनी जब उनका पुत्र राहुल यूक्रेन से सकुशल वापस घर लौटा आया बेटे को अपनें बीच पाकर माता पिता,व बहन के साथ परिजनों व दस्तों के आंखों से आंसू छलक गए।




 
राहुल की माने तो यूक्रेन से उसे आने में 6 दिन लग गए उन दिनों की याद करते करते राहुल की भी आंखें नम हो जा रही थी उसे यह लग रहा था कि शायद मैं घर पहुंच पाऊंगा कि नहीं पहुंच पाऊंगा लेकिन हौसला बुलंद था और केंद्र सरकार पर विश्वास था कि उसे अपने घर पहुंचने में देर लगेगी पर दुरुस्त पहुंच जाऊंगा हुआ भी यही राहुल यूक्रेन के ओडिशा मेडिकल कॉलेज में हॉस्टल में रहकर मेडिकल की पढ़ाई करता था जब यूक्रेन और रूस के बीच युद्ध शुरू हुआ तो वह भी अपने घर पहुंचने की जद्दोजहद कर आखिरकार शनिवार की सुबह पहुंच ही गया ।

बाईट-https://youtu.be/CWWaQlLzHE4

पत्रकार वार्ता में राहुल नें बताया कि 26 फरवरी को हम बस से 17 घंटे का सफर करके  रोमानिया के बॉर्डर से 10 किलोमीटर पहले पहुंचे वहां से रूमानिया का बॉर्डर 10 किलोमीटर दूर था लेकिन वहां दो हजार के करीब लड़के लड़कियां थे उसमें यह नहीं समझ में आया कि 10 किलोमीटर हम लोग कैसे चल पाए किसी तरह रोमानिया के बॉर्डर पर पहुंच गए रोमानिया में भी 18 घंटे के लंबे इंतजार के बाद किसी तरह केंद्र सरकार के सहयोग से शेल्टर के लिए रवाना किया गया वहां 2 दिन रहने के बाद इंडियन एयर फोर्स के जहाज से रोमानिया से हमको हिंडन एयरपोर्ट गाजियाबाद लाया गया गाजियाबाद से हम ट्रेन से बेल्थरा रोड पहुंचे वहां से अपने घर आए घर पहुंचते ही मां बाप और परिवार को देखकर काफी खुशी हुई वहां का नजारा जब भी दिमाग में आता है देखकर रोंगटे खड़े हो जाते हैं। 


मां पुष्पा देवी व बहन प्रियंका चन्द्रा के खुशी का ठिकाना देखते ही बन रहा था। हालांकि गांव के अगल-बगल के लोग व दोस्त भी राहुल के घर पहुंच कर उसे बधाई देते रहे।


इनसेट-


राहुल के शकुशल भारत वापसी पर उनके पिता डॉक्टर पारसनाथ नें बताया कि न्यूज़ चैनलों पर लड़ाई की खबर देखने पर बहुत डर सा लगा रहता था।

सिर्फ व्हाट्सअप मैसेज के जरिए बात होती थी।पूरे घर में मातम सा पसरा रहता था।

मेरा बेटा जब रोमानिया का बार्डर पार कर लिया तब हम लोगों से फोन से सम्पर्क हुआ।

माता पुष्पा देवी नें बताया कि मेरा पुत्र सही सलामत घर आ गया मेरे लिए इससे बड़ी खुशी कभी नहीं हुई थी जितना आज मुझे मिल रही है।


बहन प्रियंका चन्द्रा नें कहा कि मेरा भाई सही सलामत घर वापस आ गया यही मेरे लिए सबसे बड़ी खुशी की बात है।

Post a Comment

0 Comments