बैरिया बलिया।डेस्क न्यूज़। उत्तर प्रदेश के पूर्वी छोर पर संत श्री सुदिष्ट बाबा के स्थान पर लगभग दो सौ वर्ष पुराना धनुष यज्ञ मेला जो पहले अशव मेला उसके बाद आदमी का मेला अगहन सुदि पंचमी के दिन से लगता है। इस वर्ष घोड़ा घोड़ी के मेला 7 दिसंबर तक चला जिससे पंचायत,राजस्व विभाग को लाखों का मुनाफा होता है।
लेकिन इस बार मेले मे कुछ और ही देखने को मिलरहा है। ग्राम पंचायत कोटवा के सचिव राजनरयण यादव द्वारा बताया गया कि 7 दिसंबर को समाप्त मेले मे घोड़ा घोड़ी के बिक्री दर पर्ची अभी अभी काउंटिंग नहीं हुआ है और ना ही पैसा का लेखा-जोखा है पंचायत के खाते में पैसा अभी जमा नहीं किया गया है।
जिसको लेकर ग्रामीणों में रोष व्याप्त है और तरह-तरह की चर्चा हो रही है। लगभग 10 दिन बीतने के बाद पंचायत के खाते मे पैसा नहीं गया है।
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