शुक्रवार की सुबह बाद नमाज ए फजर दरगाह हजरत सैयद शाहवली कादरी की औलिया मस्जिद में कुरान ख्वानी हुई 9:00 बजे फातिहा मोतवल्ली दरगाह हजरत सय्यद शाहवली कादरी सिकन्दरपुर डॉक्टर सय्यद मिनहाजुद्दीन अज़मली ने किया।
रात्रि को बाद नमाज ईशा दरगाह हजरत सैयद शाहवली कादरी से "हजरत मखदूम चंदन बंदीछोर रहमतुल्ला अलेह" की मजार ए मुबारक के लिए चादर का जुलूस निकला जिसमें नातख्वांनी व मनकबत पढ़ी गई।
इस दौरान सैयद जाफर हसन अजमली, सैयद जियाउद्दीन अजमली, इरशाद अहमद, सलीम अहमद रसीदी, सुलेमान अहमद और दीगर लोगों ने नातख्वानी व मनकबत पढ़ी।
जुलूस की शुरुआत सैयद जियाउद्दीन अजमली ने कुराने पाक की तिलावत से किया। तत्पश्चात 9:30 बजे "मखदूम चंदन बंदी छोर" के मजार ए पाक पर चादर का जुलूस पहुंचा,जिसके बाद उनके मजार ए मुकद्दस को गुसल कराया गया।
चादर पोशी हुई गुलपोशी हुई उसके बाद हजरत मखदूम चंदन बंदी छोर की चादर पढ़ी गई, सलातो सलाम का नजराना पेश किया गया, अंत मे डॉ सैयद मिनहाजुद्दीन अजीम अली ने फातिहा पढ़ा तथा सिकन्दरपुर के अमनोसन्ति,बेरोजगारों के लिए रोजगार, बीमारों के लिए सिफा की दुआ मांगी,10 बजे उर्स का समापन हुआ।
उर्स के मौके पर क्षेत्र भर से आए सैकड़ों की संख्या में अकीदतमन्दों ने उनके मजार पर हाजिरी दी और चादर पोशी कर दुवा मांगी।
इस दौरान सलमान अंसारी, मैनुद्दीन खान, उस्मान काविश, इरशाद अमजदी,असगर अली, अमजद अली, मंटू,सोनू,राजा कुरैशी, शकील कुरेशी, इकराम अंसारी,हामिद अंसारी, नबी हसन अंसारी आदि लोग मौजूद रहे।
(हजरत सैयद शाह क़ाज़ी मखदूम चन्दन बंदी छोर र० अ०)की यौमे (पैदाइश 18 दिसम्बर 1259 ई०)को हुई थी और (वफात 7 जून 1382 ई) को।
0 Comments