देवरिया, उत्तर प्रदेश।।
आचार्य नरेन्द्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय कुमारगंज अयोध्या में विभिन्न पदों जैसे बरिष्ठ प्रसार अधिकारी, वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष तथा प्रोफेसर जैसे पद से नवम्बर 2021 मे सेवानिवृत्त हुए प्रोफेसर रवि प्रकाश मौर्य मूल रूप से ग्राम मल्हनी भाटपार रानी देवरिया के निवासी है।
इनके पिता स्व रामदास मौर्य भाटपार रानी क्षेत्र के विभिन्न ग्राम सभा में लेखपाल रहे है। सेवा के दौरान पूर्वाच्चल के विभिन्न जिलों में किसानों के बीच कार्य कर चुके प्रोफेसर मौर्य अब बिशेष रुप से भाटपार रानी अपनी मातृभूमि क्षेत्र में अपने अनुभवों से विकास करना चाहते है।
किसानों की परेशानियों को बहुत करीब से देखा है। किसानों का कर्ज माफ़ी , बेरोजगारी , सामाजिक न्याय और किसानों के उपज का उचित मूल्य पर , मै जनता के बीच आगामी विधानसभा चुनाव में जाऊंगा | भाटपार रानी ही हमारी जन्मभूमि है, और पूरा पूर्वच्चल कर्मभूमि भी है ।
आगामी विधानसभा चुनाव में मै जनता से कहूँगा - सबको देखा बार बार , हमे भी देखे एक बार। सभी वर्ग के साथ -साथ अति पिछड़े वर्ग , दलितों ,किसानों ,कृषक महिलाओं नवयुवकों / नवयुवतियों के विकास पर बिशेष ध्यान होगा।
आपको बताते चलें कि प्रोफेसर रवि प्रकाश मौर्य की छवि एक ईमानदार, मेहनतकश और कर्तव्यनिष्ठ अधिकारी की रही है। ये बाबा राघव दास कृषक इण्टर कालेज भाटपार रानी से इण्टर( कृषि) 1978 में किये उस समय कालेज के विज्ञान परिषद के अध्यक्ष भी रहे। स्नातक (कृषि) , 1981 तथा स्नातकोत्तर( कृषि कीट विज्ञान) तथा पी.एच.डी कृषि प्रसार में है। विश्वविद्यालय म़े सेवा के दौरान शिक्षक संघ के संयुक्त संचिव भी रहे है। एक दर्जन से अधिक समितियों के अध्यक्ष/ सदस्य भी है।
प्रत्येक ग्राम सभा का सर्वे कराकर आवश्यकता को देखते हुए रणनीति बनायेगे। तथा समस्याओं का समाधान जनता से मिलकर सहभागिता के आधार पर करायेगे। कृषि की नई नई तकनीकी, बीज, जैविक उर्वरक, जैविक कीट प्रबंधन तकनीक का विकास हर किसान, हर गाँव मे होगा।क्षेत्र मे कृषक उत्पादन संघठन का विकास होगा। डा. मौर्य के ऊपर कोई पारिवारिक जिम्मेदारी अब नहीं रह गयी है।इनकी पत्नी भी प्रोफेसर गृह विज्ञान की है वे भी महिलाओं के उत्थान में योगदान देती रही है। सेवानिवृत्त के बाद उनका भी पूर्ण योगदान क्षेत्र में रहेगा।
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