11 नवंबर सन 1959 मल्हनी भाटपार रानी देवरिया में शिक्षित साधारण परिवार मे जन्मे डा. मौर्य स्नातकोत्तर (कृषि कीट विज्ञान) 1983 मे करने के बाद रिसर्च एशोसियट, पद पर सन्1985 से सेवा कमलानेहरू केवी.के. सुलतानपुर से प्रारम्भ किया,तथा सेवा में रहते हुए पी.एच.डी .की।
1992 से प्रिन्सिपल/प्रशिक्षण संयोजक के पद पर के.वीके कैमूर बिहार, में सेवा के बाद 1998 से आ.न.दे.कृ.एवं प्रौ.वि.वि.कुमारगंज अयोध्या में सहा.प्राध्यापक , बरिष्ठ प्रसार अधिकारी,मुख्य बैज्ञानिक एवं अध्यक्ष, प्रशिक्षण समन्वयक, कार्यक्रम समन्वयक ,बरिष्ठ बैज्ञानिक एवं अध्यक्ष आदि विभिन्न पदों पर कार्य करते हुए विगत दशक से प्राध्यापक (कीटविज्ञान) पद पर रहते हुए बर्तमान मे कृषि विज्ञान केन्द्र सोहाँव बलिया के अध्यक्ष पद पर सितंबर 2019 से अब तक रहे है।
36 बर्ष 6 माह की सेवा काल में 6पुस्तके,54 शोधप्रत्र, 8 चेपटर बुक,171से अधिक प्रचलित लेख, 50प्रशिक्षण मैनुअल, रेडियो,टी.वी वार्ता 80 सेअधिक , 100से 200,प्रशिक्षण,प्रदर्शन,ओ.एफ.टी.किसान मेला आदि का आयोजन किया ।
विभिन्न पत्रिकाओं का सम्पादक,, विभिन्न सोसायटी के अध्यक्ष,सदस्य,आदि रहे।
बलिया जनपद मे मशरूम उत्पादन , जैविक कीट प्रबंधन का कार्य सराहनीय रहा।
30 नवम्बर को कृषि विभाग के श्री इन्द्राज उप कृषि निदेशक, केन्द्र प्रभारी डा प्रेम लता श्रीवास्तव, ईफको के प्रबंधक श्री अनुज शुक्ला, ने माला पहनाकर अंगबस्त्र, स्मृति चिन्ह भेंट किया।
इस अवसर पर केन्द्र के वैज्ञानिक ,डा सोमेन्द्र नाथ, डा. मनोज कुमार, प्रक्षेत्र प्रबंधक धरमेन्द्र ,कार्यालय अधीक्षक अमित तिवारी, स्टेनो राकेश,चालक रमेश , उमेश, परिचर रामतौल ने माला पहना कर अंग बस्त्र ए्वं स्मृति चिन्ह भेट किया।
इस अवसर पर सहायक विकास अधिकारी कृषि यादवेन्द्र यादव, कृभकों के सुधीर सिंह मनीष राय , किसान संघ के अध्यक्ष श्री अखिलेश सिंह दुबहर ,श्री बरह्मा नन्द तिवारी ,प्रगतिशील कृषक श्री हरे राम चौरसिया मनियर, सहित 200 से अधिक कृषक ,कृषक महिलाओं नें भाग लिया।
प्रोफेसर मौर्य ने बिदाई के अवसर पर परिसर में डगन फ्रुट के 2, ,अमररूद के 3 आम के 2 तथा गलेडयूलस के 5 कंद का रोपण कर केन्द्र से प्रस्थान किया।
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