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मकतब ए गुलशन इब्राहिमी ट्रस्ट द्वारा दीन नगर में नि:शुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन किया गया



 जमुई बिहार।

   मोहम्मद सुल्तान अख्तर। 

 जमुई जिले के दीन नगर गांव में मकतब ए गुलशन इब्राहिमी ट्रस्ट द्वारा नि:शुल्क स्वास्थ्य जांच की गई।अल्हाज वसी अख्तर के मकान पर यह नि:शुल्क जांच की गई.  FICO मशीन द्वारा लगभग 600 लोगों की जांच गरीबों ओ मजबूरों के आंखों की जांच की गई। डॉक्टरों की टीम में सभी स्वास्थ्य विशेषकर नेत्र रोगों के बारे में उपयोगी सलाह दी गई। 



कलकत्ता से यात्रा करने वाले नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ मोहम्मद इश्तियाक अहमद खान, डॉ मोहम्मद रफीक अंसारी बीयूएमएस अपोलो कोलकाता के मनोचिकित्सक  ने कोलकाता से यात्रा करके दीन नगर पहुंचे। 

 इसी प्रकार फिजियोथेरेपिस्ट डॉक्टर मजाहिर आलम ने हड्डी रोग के मरीजों से मिलकर कर उन्हें उचित सलाह दी और निःशुल्क दवा ओ जांच की,  23 नवंबर को पकरी बरावां में निःशुल्क कार्यक्रम को एक दिन और बढ़ाकर दीन नगर में कर दिया गया, पकरी बरावां के कार्यक्रम को स्थगित कर दिया गया और फिर से कार्यक्रम दीन नगर में ही आयोजित किया गया.  कुल रोगियों की संख्या 960 बताई जाएगी जबकि इस संख्या में से लगभग 510 रोगियों ने चार डॉक्टरों के साथ अपनी अपनी बीमारी की सलाह ली और डॉक्टरों से लाभान्वित हुए।

 एक सौ तीस लोगों ने नेत्र चिकित्सा के डॉक्टर मो इश्तियाक खान को अपना नेत्र दिखाया।  एक सौ तीस शिशु रोग विशेषज्ञ डॉक्टर ई अहमद एम बी बी एस एम डी को दिखाया। 140 रोगी महिला विशेषज्ञ डॉक्टर रफीक अंसारी बी यू एम एस अपोलो हॉस्पिटल हावड़ा कलकत्ता से लाभ उठाई।

  110 रोगी डॉक्टर मुजाहिर आलम फिजोथ्रिपी हड्डी ओ नस विशेषज्ञ से लाभ उठाया। यह सभी इतिहासिक कारनामे मकतब ए गुलशने इब्राहिमी ट्रस्ट के अधीन किया गया जिसके संचालक अल्हाज वसी अख्तर रावल किला और उनके बेटे इस काम में सबसे आगे हैं।

 इनके अलावा उनके रिश्तेदार आसिफ खान, आबिद खान, शौकत खान(मुखिया जी) इम्तियाज खान, मुमताज खान और उनके बेटे सभी आगे आगे रहे। अल्हाज वसी अख्तर की अनुपस्थिति में उनके रिश्तेदार का बहुत योगदान रहा। आम तौर पर सभी लोग डॉक्टरों की मोटी फीस नहीं दे पाते हैं। उसके उपर से जांच और दवाओं की बड़ी संख्या में होना गरीबों के लिए इलाज कराना कठिन हो जाता है।

 वैसे में यह निःशुल्क कैंप आसान हो जाता और गरीब और मजबूर रोगी इसका पुरा का पूरा लाभ उठाते नज़र आए। इस समस्या को बड़ी गहराई से अध्ययन करते हुए समाज के सेवक, समाज सेवी, इंसानों की समस्या का समाधान करने वाले, अपने गृह प्रेमी शम्स-उल-आरिफिन और कुतुब-उल  आरिफिन और सिराज-उल-साल्किन साहिबजादा अलहाज वसी अख्तर की फिक्र की बुनियाद पर निःशुल्क चिकित्सा शिविर का आयोजिन किया गया जो बहुत अच्छी तरह समापन हुआ।

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