गाजियाबाद के साहिबाबाद निवासी युवक की शादी महानगर के कंकरखेड़ा इलाके में स्थित एक कॉलोनी में रहने वाली युवती के साथ हुई थी। युवती के मायके में उसकी मां और पिता के अतिरिक्त कोई नहीं है।
जिसके चलते युवक और युवती की शादी इस शर्त पर हुई थी कि शादी के बाद युवक को मेरठ में ही अपनी ससुराल में घर जमाई बनकर रहना होगा।
शादी के तकरीबन 4 महीने बाद ही युवक खुशी-खुशी अपनी ससुराल में आकर घर जमाई बनकर रहने लगा। युवक गाजियाबाद की एक निजी कंपनी में नौकरी करता है। जिसके चलते घर जमाई बनकर रह रहे युवक ने कंकरखेड़ा से ही रोजाना आना जाना शुरू कर दिया।
युवक का आरोप है कि उसकी पत्नी ड्यूटी से आने के बाद और ड्यूटी पर जाने से पहले घर का कामकाज करवाती है। युवक ने जब पत्नी की इस कारगुजारी का विरोध किया तो दोनों पति-पत्नी के बीच कहासुनी शुरू हो गई।
युवक ने अपनी सास और ससुर को पत्नी की कारगुजारी बताई तो वह भी अपनी बेटी का पक्ष लेते हुए घर जमाई बनकर रह रहे दामाद को ताने देने लगे। मामला इस कदर बढ़ गया कि पत्नी और सास ने किसी बात को लेकर युवक की जबर्दस्त धुनाई कर दी। शोर शराबे की आवाज को सुनकर पड़ोसी भी मौके पर जमा हो गए।
कुछ लोगों के समझाने पर दोनों पक्ष शांत हो गए। युवक ने इस मामले को लेकर अपने परिजनों के साथ पुलिस को बताया और आरोपी पत्नी व सास के खिलाफ कार्यवाही की मांग की।
कार्यवाहक थाना अध्यक्ष वीरेंद्र सिंह का कहना है कि अभी इस मामले को लेकर तहरीर नहीं मिली है। तहरीर मिलने के बाद जांच करते हुए आगे की कार्रवाई की जाएगी।
डेस्क न्यूज़
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