बलिया।। संत शिरोमणि रविदास जी की जयंती के अवसर पर सतीश चन्द्र कालेज चौराहा के पास मंदिर पर श्रद्धा सुमन अर्पित किया! 361 विधानसभा के प्रत्याशी लक्ष्मण गुप्ता सपा नेता ने कहा कि संत शिरोमणि रविदास जी की जयंती हर साल मनाई जाती है हिंदू पंचांग के अनुसार, माघ पूर्णिमा के दिन ही रविदास जयंती मनाई जाती है।
संत रविदास की गिनती महान संतों में होती है। संत रविदास बहुत ही सरल हृदय के थे और दुनिया का आडंबर छोड़कर हृदय की पवित्रता पर बल देते थे। इस बारे में उनकी एक कहावत - "जो मन चंगा तो कठौती में गंगा" काफी प्रचलित है।
इस कहावत को जोड़कर एक कथा भी है। कहते हैं कि एक बार एक महिला संत रविदास के पास से गुजर रही थी। संत रविदास लोगों के जूते सिलते हुए भगवान का भजन करने में मस्त थे। तभी वह महिला उनके पास पहुंची और उन्हें गंगा नहाने की सलाह दी। फिर क्या मस्तमौला संत रविदास ने कहा कि जो मन चंगा तो कठौती में गंगा।
यानी यदि आपका मन पवित्र है तो यहीं गंगा है। कहते हैं इस पर महिला ने संत से कहा कि आपकी कठौती में गंगा है तो मेरी झुलनी गंगा में गिर गई थी। ..तो आप मेरी झुलनी ढ़ूढ़ दीजिए। इस पर संत रविदास ने अपनी चमड़ा भिगोने की कठौती में हाथ डाला और महिला की झुलनी निकालकर दे दी। इस चमत्कार से महिला हैरान रह गई और उनके प्रसिद्धि के चर्चे दूर-दूर तक फैल गए !
लेकिन इस साल कुछ अलग ही अंदाज में मनाया गया क्योंकि आए दिन कोरोना महामारी ने सबको तहस-नहस कर दिया था इसके बावजूद भी रविदास जी की जयंती बड़े ही धूमधाम से मनाया गया ! जुलूस को निकाला गया इस दौरान सपा के दर्जनों पदाधिकारी गण व सैकड़ों जनता रही मौजूद।
रिपोर्ट-सोनु कुमार
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