अदम्य साहस व अद्भुत सामथ्र्य के प्रतीक थे नेताजी
नेहरू युवा केन्द्र की तरफ से पराक्रम दिवस का कार्यक्रम हुआ आयोजित
बलिया डेस्क। नेहरू युवा केंद्र के कार्यालय पर भी नेता जी की 125वीं जयंती धूमधाम से मनाई गई। दीप जलाकर कार्यक्रम का शुभारंभ करने के बाद मुख्य अतिथि डॉ फूलबदन सिंह ने कहा कि नेताजी का जीवन संघर्षों में बीता। वे अपने संघर्षों के माध्यम से ही देश को अंग्रेजों के चंगुल से मुक्त कराना चाहते थे। नेता जी ने अपनी राष्ट्रवादी विचारों से देश के नौजवानों को एक नई दिशा व दशा प्रदान की। आजादी की लड़ाई में उनके योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता है। अध्यक्षता करते हुए नेहरू युवा केंद्र के जिला युवा अधिकारी अतुल शर्मा ने कहा कि नेता जी के जीवन चरित्र से नौजवानों को यह सीख मिलती है कि राष्ट्र से बढ़कर युवाओं के लिए कुछ नहीं होना चाहिए। इस अवसर पर उपस्थित स्वयंसेवकों को जनपद में स्थापित महापुरुषों की प्रतिमाओं को स्वच्छ रखने की शपथ दिलाई गई। नमामि गंगे के जिला परियोजना अधिकारी शलभ उपाध्याय, गुप्तेश्वर प्रसाद, सोनू देव यादव, सिमरन सिंह, एजाज, रंजना, अनामिका, सोनम ,नंदिनी ,गुलशन ,अमित, राहुल राम, सत्यम चैबे, अमृता आदि थे। संचालन नितेश पाठक ने किया।
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