बलिया। शिक्षक भर्ती में चयनित अभ्यर्थियों ने" संविदा नियमावली एवं विनियमतिकरण नियमावली 2020 "के विरोध में बेसिक शिक्षा अधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेसित किया। यह नियमावली संयुक्त लीगल टीम के दुष्यन्त सिंह और पंकज सिंह के नेतृत्व में दिया गया।
अभ्यर्थियों के अनुसार यह नियमावली में "राज्य सरकार सभी सरकारी विभागों में समूह ख और ग के पदों की भर्तियों में पहले 5 वर्षो के दौरान कर्मचारियों को सविदा के आधार पर नियुक्त करने का विचार कर रही है। इस अवधि के दौरान कर्मिकों को सरकारी कर्मिकों को मिलने वाले सेवा सम्बन्धी लाभ नही दिए जाएंगे। सविदा अवधि के दौरान कर्मिकों के प्रदर्शन का प्रत्येक छमाही मूल्यांकन होगा। मूल्यांकन में प्रतिवर्ष 60 फीसदी से कम अंक पाने वाले कर्मिक सेवा से बाहर कर दिए जाएंगे।
प्रतियोगी छात्रों के अनुसार अगर यह नियमावली गतिमान भर्तियों पर लागू होता है तो पिछले चार वर्षों से भी अधिक समय से अनेक भर्तियों के परिणाम लंबित है। उनके परिणाम कब आएंगे इस संबध में कोई जानकारी नहीं है और यदि परिणाम आ भी जाते हैं तो यह नियमावली प्रतियोगी अभ्यर्थियों के उन तमाम आशाओं पर कुठाराघात होगा जिसे उसने अपने लिए, अपने परिवार, प्रदेश और देश के लिए देखा है। अतः सरकार से निवेदन है कि इस नियमावली को कैबिनट से मंजूरी ना दे।
👉माध्यमिक शिक्षा में सरकार दोयम दर्जे का व्यवहार बंद करे- डॉक्टर कृष्ण मोहन यादव
क्यो की 5 वार्षिय संविदा अवधि भ्रष्टाचार और उगाही को प्रेरित करेगी। वही दूसरी ओर संविदा कर्मी को स्वतंत्र रुप से कार्य करने में बाधा उत्पन्न करेगी।
ज्ञापन देने के कार्यक्रम में दुष्यन्त सिंह,पंकज सिंह, आनन्द प्रकाश, आशुतोष तिवारी,अविनाश पाण्डेय, जीउत गुप्ता, निहाल सिंह, नन्दलाल वर्मा रतन जायसवाल और अन्य अभ्यर्थी उपस्थित रहें।
👉संजीव कुमार सिंह
0 Comments