रेवती,बलिया। रेवती थाना अंतर्गत गायघाट रेलवे लाइन के दक्षिणी घाघरौली मौजा में राघवेद्र प्रताप सिंह के मिले शव के मामले में नामजद प्रधान प्रतिनिधि सहित आरोपितों को जेल भेजे जाने के बाद गांव में तनाव को देखते थाना प्रभारी प्रवीण कुमार सिंह के नेतृत्व में उप निरीक्षक गजेद्र राय , परमानंद त्रिपाठी, डेढ़ सैक्शन पीएसी के सहित पुलिस द्वारा गायघाट ग्राम सभा में मंगलवार को खेदू चौराहे से वादी, प्रतिवादी् के मुहल्ले व घर के रास्ते पूरे गांव में फ्लैग मार्च किया गया।बताते चले कि 31जुलाई की देर सायं किशोर का शव पाया गया।
30 जुलाई की सायं रेवती निवासी मंतोष पाल की बाईक की छिनैती की घटना में संलिप्त एक युवक को ग्रामीणों ने बिना नं की बाईक के साथ पकड़ कर पुलिस को सौंप दिया। दूसरे दिन 31 जुलाई को थाना में दिन भर हुई पंचायत के पश्चात आरोपी युवक को छोड़ दिया गया। राघवेद्र प्रताप सिंह बाईक छिनैती की हुई घटना की शाम से ही लापता था। 31 को परिजनों ने उसकी गुमशुदगी की तहरीर थाना में दी किन्तु गुमशुदगी दर्ज नहीं हो पायी।
शाम को उसका शव मिला। रात में ही रोड जाम के बाद आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की गई। मृतक किशोर के पिता उपेन्द्र सिंह द्वारा प्रधान प्रतिनिधि विजय प्रताप सिंह सहित पांच लोगों के खिलाफ नामजद तहरीर के बाद पुलिस ने आरोपित प्रधान प्रतिनिधि सहित चार लोगों को हिरासत में लेकर तीसरे दिन जेल भेज दिया। घटना का कारण पुरानी रंजिश दर्शाया गया। इस मामले को ग्राम प्रधान मीनू सिंह के नेतृत्व में दर्जनों महिलाओं ने थाना का घेराव कर प्रधान प्रतिनिधि विजय प्रताप सिंह को बेकसूर तथा राजनीतिक साजिश के तहत आरोपित किये जाने को लेकर छोड़ने की मांग की।
सीओ बैरिया अशोक कुमार सिंह ने आश्वासन दिया कि पूरे मामले में उनकी संलिप्तता व तथ्यों की जांच के बाद बेकसूर होने पर छोड़ दिया जायेंगा लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ घेराव समाप्त कर गांव लॉटरी प्रधान मीनू सिंह उधर पुलिस ने आरोपियों को जेल भेज दिया। ग्रामीणों की उम्मीदें नवागत थाना प्रभारी प्रवीण कुमार सिंह पर टिकी हुई है कि निर्दोषों के साथ न्याय हो।
By. महेश कुमार
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