कृषि विज्ञान केंद्र सोहाँव बलिया द्वारा औघौनिक नसर्री प्रबंधन तकनीक पर 11-14 अगस्त तक चार द्विवसीय प्रशिक्षण का आयोजन लाकडाउन का पालने कराते हुए किया गया।
मास्क पहने हुए लोगों को ही परिसर मे प्रवेश मिला, उसके बाद थर्मामीटर द्वारा तापमान नापा गया । आक्सीमीटर यंत्र का भी प्रयोग किया गया । स्वास्थ्य पाये जाने पर सेनेटाइजर का प्रयोग कराकर प्रशिक्षण कक्ष मे 2 गज की दूरी का पालन कराते हुए ,प्रक्षिक्षण प्रारम्भ किया गया ।
प्रशिक्षण का उद्धघाटन् करते हुए केन्द्र के अध्यक्ष प्रो. रवि प्रकाश मौर्य ने बताया कि सब्जियों की खेती मे पौध तैयार करने का विशेष महत्व है।बहुत ऐसी सब्जियां है, जिनके बीज बहुत छोटे होते है जिन्हे पौधशाला मे बुआई कर पौध तैयार करके मुख्य खेत मे रोपड़ कर दिया जाता है। प्रशिक्षण समन्वयक श्री राजीव कुमार सिंह ने पौधशाला के लिये स्थान का चुनाव, पौधशाला की तैयारी, भूमि का शोधन, बीज की बुआई पर जानकारी दी। श्री बेद प्रकाश सिंह प्रक्षेत्र प्रबंधक ने सिचाई जल प्रबंधन खरपतवार
नियंत्रण, पर चर्चा की। डा.प्रेम लता श्रीवास्तव सह प्रध्यापक गृह विज्ञान ने पोषण वाटिका पर जानकारी दी। अंत मे प्रो. रवि प्रकाश मौर्य ने बिना रसायनों के कीट प्रबंधन पर प्रकाश डालते जैविक कीट नियंत्रण की जानकारी दी। प्रशिक्षार्थियों को श्री पवन यादव बरिष्ठ पत्रकार द्वारा प्रमाण पत्र वितरित किया गया।प्रगतिशील कृषक श्री मणिशंकर तिवारी, श्री जय प्रकाश सिंह,श्री अजय राय एवं श्री संजय.वर्मा सहित 13 कृषकों ने भाग लिया।
0 Comments