By. इमरान खान,नुरुलहोदा खान,ज्ञान प्रकाश
सिकन्दरपुर(बलिया) खेजुरी थानांतर्गत मासूमपुर गांव में मामूली विवाद में दो पक्षों में जमकर मारपीट हो गई।इस दौरान एक पक्ष द्वारा धारदार हथियार का भी प्रयोग किया गया जिसमें एक युवक की मौत हो गई और आधा दर्जन से ज्यादा लोग गम्भीर रूप घायल हो गए।सभी घायलों का इलाज बलिया सदर अस्पताल में चल रहा है।
इसके पूर्व भी दोनों पक्षों में शाम को किसी बात को ले कर तू तू मैं मैं हुआ था। पुलिस ने मृतक के शव को कब्जे में ले कर पोस्टमार्टम हेतु भेज दिया।मामला दो अलग अलग वर्गों का होने से शांति ब्यवस्था बनाये रखने के लिए प्रशासन द्वारा पूरे गांव को पुलिस छावनी के रूप में तब्दील कर दिया गया।
बताते चलें कि सोमवार की शाम को रोजा खोलने के बाद मासूमपुर गांव निवासी वसीम अहमद (50) सपरिवार घर से टहलते हुए बगीचे में जा रहे थे की रास्ते में वह जब अखिलेश चौरसिया के दरवाजे से गुजर रहे थे तो पहले से वहां बैठे अखिलेश व उसके भाई मिथुन चौरसिया ने उन्हें देख कर तंज कसते हुए कुछ आपत्तिजनक टिप्पणी कर दिया।उनकी बातें सुन कर वसीम अहमद ने एतराज करते हुए नाराजगी जताई जिससे दोनों तरफ से तू तू मैं मैं होने लगी।इस दौरान उत्तेजना में आ कर अखिलेश चौरसिया ने चाकू से हमला कर के वसीम अहमद को लहूलुहान कर दिया।वसीम के घायल हो कर जमीन पर गिरते ही उन की पत्नी और बच्चे रोने व चीखने चिल्लाने लगे। उनकी चीख पुकार सुनकर मौके पर पहुंचे 18 वर्षीय फरदीन खान उर्फ हमजा, 20 वर्षीय मुराद ,16 वर्षीय तौसीफ उर्फ गोलू ,19 वर्षीय सुहेल खान,, 22 वर्षीय आसिफ व 18 वर्षीय सोनू के ऊपर भी मिथुन ने हमला कर उन्हें भी बुरी तरह से जख्मी कर दिया।
इस दौरान मिथुन चौरसिया को भी चोटे आई । इस दौरान चीख पुकार और शोरशराबा सुनकर काफी संख्या में गाव वाले इकट्ठा हो गए।मौके पर जुटे लोगों में से किसी ने पुलिस के डायल 112 वाहन को घटना के बारे में जानकारी दे दिया।सूचना मिलने के कुछ देर में ही मौके पर पहुंची पुलिस ने मौजूद लोगों की सहायता से सभी घायलों को तत्काल सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सिकन्दरपुर भिजवाया।जहां प्राथमिक उपचार के बाद डाक्टर ने सभी घायलों को सदर अस्पताल के लिए रेफर कर दिया।इस दौरान सदर अस्पताल से रेफर हो कर वाराणसी जा रहे फरदीन खान उर्फ हमजा ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया।
सूचना मिलते ही सीएचसी पहुंच क्षेत्राधिकारी पवन कुमार,थानाइन्चार्ज बालमुकुंद मिश्रा,चौकी प्रभारी अमरजीत यादव ने जायजा लिया,तथा खेजुरी थाने को अवगत कराया।
बाद में सूचना पा कर अपर पुलिस अधीक्षक संजय यादव तत्काल मौके पर पहुंच गए घटना के बारे में आवश्यक जानकारी प्राप्त किया।साथ ही मौजूद अधीनस्थों को शान्तिब्यवस्था बनाये रखने हेतु आवश्यक निर्देश दिया।
घटना के बारे में पुलिस अधीक्षक देवेंद्र नाथ का कहना है कि सुहेल द्वारा अखिलेश चौरसिया के मोबाइल पर अक्सर फोन किया जाता था। सोमवार को अपने दरवाजे से गुजरते समय अखिलेश ने वसीम खान से इसकी शिकायत की साथ ही कुछ आपत्तिजनक बात भी कह दी। जिस के बाद ही अखिलेश ने योजनाबद्ध तरीके से उनकी पत्नी तथा अन्य लोगों पर हमला किया।हमले में मौके पर सभी गंभीर रूप से घायल हो गए, जबकि वाराणसी ले जाते समय फरदीन खां उर्फ हमजा ने रास्ते में दम तोड़ दिया।
मृतक हमजा उर्फ फरदीन अपनी मां का इकलौता सहारा था मृतक की एक छोटी बहन भी है। उधर मृतक के मां और छोटी बहन का रो रो कर बुरा हाल है,दोनों रो रो कर कह रही हैं कि अब किसके सहारे जिएं हमारा इकलौता सहारा ही जब हमारे बीच नहीं रहा। मृतक की मां का कहना है कि मैं समझती रही कि मेरा बेटा नमाज पढ़ रहा है,परन्तु उसके साथ हो गया कुछ और ही,मुझे पता भी नहीं चल पाया कि मेरे बेटे को मारा जा रहा है, पता होता तो कम से कम अपने कलेजे के टुकड़े को बचाने की कोशिश तो करती, कुछ नहीं तो उस हत्यारे के हाथ पांव ही जोड़ती की मेरे बेटे को छोड़ दे मेरा एक ही सहारा है।मृतक की मां का कहना है कि मुझे इंसाफ चाहिए।
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