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अज्ञात कारणों से लगी आग में चाय की झोपड़ी जलकर राख, बाल बाल बचा झोपड़ी में सो रहा वृद्ध।



By-ज्ञान प्रकाश
सिकन्दरपुर, बलिया। 29 फरवरी। आधी रात को अज्ञात कारणों से लगी आग में नगदी समेत हजारों का सामान जलकर राख हो गया,गुमटी भी आई आग के लपेटे में स्थानीय लोगों की कड़ी मशक्कत से आग पर काबू पाया जा सका।
 थाना क्षेत्र के ग्राम सभा काजीपुर बाजार में गांव निवासी प्रभुनाथ गुप्ता पुत्र देव नरायण गुप्ता की झोपड़ीं में चाय की दुकान है।

वह रोजाना की तरह शुक्रवार की रात्रि को अपनीं दुकान बंद होनें के बाद झोपड़ीं में ही सो रहे थे कि अचानक आधी रात को (रात्री को 12 बजे)उन्हें बहुत तेज तपिश महसूस हुई जिससे उनकी नींद टूट गई नींद से उठते ही उन्हों नें अपनें आप को चारों तरफ से आग की लपटों में घिरा पाया।आनन फानन में वह दौड़ कर झोपड़ीं से बाहर की तरफ भाग कर आए तथा शोर मचानें लगे शोर की आवाज सुनकर उनके पड़ोसी भी बाहर आ गए।


पड़ोसियों नें विकराल रूप ले चुके आग को देखकर शोर मचाना शुरू कर दिया।तथा पड़ोस के महिला पुरुष व बच्चे आग को बुझाने का प्रयास करनें लगे।वहीं दूसरी तरफ शोर की आवाज से गांव के कई अन्य लोग भी वहां पर इकट्ठा हो गए। ग्रामीणों के घण्टे भर की मशक्कत के बाद किसी तरह आग पर काबू पाया जा सका,परन्तु जब तक आग पर काबू पाया जा सका तब तक प्रभुनाथ गुप्ता की पूरी झोपड़ी जलकर राख हो चुकी थी।तथा अंदर समान से भरी गुमटी भी आग के लपेटे में आ गई। इस भीषण आगजनीं में 4 चौकी,4 टेबल, एक पंखा, कैस बॉक्स खानें पीने का सामान तथा उसमें रखा दिन भर की दुकानदारी का नकद ₹(1000 से उपर) जलकर राख हो गया।
वहीं पीड़ित प्रभुनाथ गुप्ता नें किसी का नाम न लेते हुवे झोपड़ीं को शाजिस के तहत जलानें की आशंका जताई है।
वहीं घटना की सूचना पाकर पहुंचे ग्राम प्रधान नें आर्थिक सहायता का आश्वासन देते हुवे हर संभव मदद करने का भरोसा दिलाया।

पीड़ित प्रभुनाथ के द्वारा घटना की सूचना स्थानीय लेखपाल तथा संबंधित विभागों को भी दी जा चुकी है पुलिस ने भी पहुंचकर घटना का जाएजा लेना शुरू कर दिया है।

घटना की सूचना पाकर पहुंचे समाजसेवी अजय कुमार भारती नें अफसोस जताते हुवे कहा की पीड़ित प्रभुनाथ गुप्ता के पूरे परिवार को चलाने का एक मात्र सहारा चाय की दुकान ही थी। कहा कि अगर किसी साजिस के तहत झोपड़ी जलाई गई है तो यह बहुत ही जघन्य और निंदनीय है।








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