सिकन्दरपुर, बलिया। आरएसएस गुकुल एकेडमी कटघरा बंशीबाज़र में पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के जन्मदिन के अवसर पर बाल मेले का आयोजन किया गया जिसकी मुख्य अतिथि उपजिलाधिकारी सिकंदरपुर श्री अन्नपूर्णा गर्ग थी। गुरुवार को आयोजित इस बाल मेले में बच्चों द्वारा विभिन्न प्रकार के पकवान बनाकर उसकी प्रदर्शनी लगाई गई थी ।
मेले की शुरुआत सर्वप्रथम मुख्य अतिथि द्वारा रिबन काट कर तथा द्वीप प्रज्वलन कर पंडित जवाहरलाल नेहरू के चित्र पर पुष्प अर्पित कर किया गया।
तत्पश्चात कैंपस में बच्चों द्वारा बाल मेले में लगाई गई दुकानों से स्वादिष्ट व्यंजनों का स्वाद चखा, तथा उन व्यंजनों का संबंध किस देश या प्रदेश है इसके बारे में भी विस्तार से जानकारी ली, वहीं दूसरी तरफ मेले में झूला और बच्चों के खेलने के और भी समान लगाए गए थे। मेले में सामानों की खरीदारी के लिए विद्यालय की तरफ से टोकन की व्यवस्था की गई थी, बच्चों ने टोकन से ही खरीदारी की।
बच्चों ने मुख्य अतिथि के साथ सेल्फी फोटो भी खिंचवाई
बच्चों ने मुख्य अतिथि के साथ सेल्फी फोटो भी खिंचवाई
कार्यक्रम के दौरान अपने संबोधन में उपजिलाधिकारी अन्नपूर्णा गर्ग ने
कहां की हमारा देश युवाओं का देश है जिसमें 65 प्रतिशत युवा वर्ग के लोग रहते हैं,जिनकी उम्र 18 से 35 वर्ष के बीच की है,तथा बाल अवस्था से युवा अवस्था तक आने का समय बहुत ही महत्वपूर्ण होता है। इसी के बीच बच्चों में कोई एक घटना या व्यक्ति चेंजमेकर का काम करता है जो बच्चों के जीवन में छोटा या बड़ा बदलाव लाता है इस संबंध में उपजिलाअधिकारी महोदया ने बच्चों से सवाल भी किया कि आपके जीवन में चेंजमेकर के भूमिका में कौन है जिसपर ज्यादातर बच्चों ने अपने शिक्षक को ही चेंजमेकर के रूप में बताया। उपजिलाधिकारी ने शिक्षा के प्रति लड़कियों के संघर्ष को दर्शाते हुए मलाला युसूफ जैसी जुझारू लड़कियों का भी हवाला दिया उन्होंने बताया कि एक लड़की होने के बावजूद भी किस तरह समाज में फैले सामाजिक बुराइयों के खिलाफ लड़ाई लड़कर अपनें जैसी कमजोर व असहाय लड़कियों की लड़ाई भी लड़ीं। और क्रेटा थर्मल का भी उदाहरण दिया जो अपने जीवन में पर्यावरण संरक्षण के लिए लड़ाई लड़ी, तथा अनशन भी किया।अभिभावकों द्वारा उपजिलाधिकारी से सवाल पूछे जाने पर बताया कि बच्चे के मानसिकता को पहले जाने कि वह शिक्षा के क्षेत्र में किस दिशा में जाना चाहता है उसको उसके द्वारा चुने गए विषय या क्षेत्र पर ही पूरा फोकस करने का मौका प्रदान करें। तथा बच्चों की हर अवस्था में सही तरीके से देखभाल करने जिससे कि आपका बच्चा बहके नहीं तथा वह कोई गलत रास्ता ना पकड़े, उन्होंने कहा कि इस तरह के कार्यक्रमों से बच्चों का सर्वांगीण विकास होता है। बच्चों को पढ़ाई के साथ-साथ रचनात्मक कार्यों में भी बढ़चढ़कर आगे आना चाहिए। इसके बाद उन्होंने स्टॉलों का निरीक्षण किया।
कहां की हमारा देश युवाओं का देश है जिसमें 65 प्रतिशत युवा वर्ग के लोग रहते हैं,जिनकी उम्र 18 से 35 वर्ष के बीच की है,तथा बाल अवस्था से युवा अवस्था तक आने का समय बहुत ही महत्वपूर्ण होता है। इसी के बीच बच्चों में कोई एक घटना या व्यक्ति चेंजमेकर का काम करता है जो बच्चों के जीवन में छोटा या बड़ा बदलाव लाता है इस संबंध में उपजिलाअधिकारी महोदया ने बच्चों से सवाल भी किया कि आपके जीवन में चेंजमेकर के भूमिका में कौन है जिसपर ज्यादातर बच्चों ने अपने शिक्षक को ही चेंजमेकर के रूप में बताया। उपजिलाधिकारी ने शिक्षा के प्रति लड़कियों के संघर्ष को दर्शाते हुए मलाला युसूफ जैसी जुझारू लड़कियों का भी हवाला दिया उन्होंने बताया कि एक लड़की होने के बावजूद भी किस तरह समाज में फैले सामाजिक बुराइयों के खिलाफ लड़ाई लड़कर अपनें जैसी कमजोर व असहाय लड़कियों की लड़ाई भी लड़ीं। और क्रेटा थर्मल का भी उदाहरण दिया जो अपने जीवन में पर्यावरण संरक्षण के लिए लड़ाई लड़ी, तथा अनशन भी किया।अभिभावकों द्वारा उपजिलाधिकारी से सवाल पूछे जाने पर बताया कि बच्चे के मानसिकता को पहले जाने कि वह शिक्षा के क्षेत्र में किस दिशा में जाना चाहता है उसको उसके द्वारा चुने गए विषय या क्षेत्र पर ही पूरा फोकस करने का मौका प्रदान करें। तथा बच्चों की हर अवस्था में सही तरीके से देखभाल करने जिससे कि आपका बच्चा बहके नहीं तथा वह कोई गलत रास्ता ना पकड़े, उन्होंने कहा कि इस तरह के कार्यक्रमों से बच्चों का सर्वांगीण विकास होता है। बच्चों को पढ़ाई के साथ-साथ रचनात्मक कार्यों में भी बढ़चढ़कर आगे आना चाहिए। इसके बाद उन्होंने स्टॉलों का निरीक्षण किया।
इस अवसर पर विद्यालय के प्रबंधक जय प्रताप सिंह,गुड्डू ने उप जिलाधिकारी को बुके व स्मृति चिन्ह भेंट किया तथा, धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि बाल दिवस के अवसर पर आकर बच्चों में एक नई ऊर्जा को भरा इसके लिए मैं आपका बहुत आभारी रहूंगा।
इस अवसर पर विद्यालय के संस्थापक पूर्व प्रधान दीनानाथ सिंह, डॉक्टर विजय कुंवर, पूर्व प्रधान पारसनाथ सिंह, पूर्व प्रधानाचार्य अवधेश नारायण सिंह, अशोक तिवारी, अजीत यादव, प्रवीण यादव, सुनील गुप्ता, रितेश, जुबेर, प्रीति गुप्ता, रिशु, निधि, ज्योति सिंह आदि अध्यापक व अध्यापिका मौजूद रहे।
मेले का आयोजन जय प्रताप सिंह गुड्डू ने किया, मेला प्रशासनिक अधिकारी विजय कुमार गुप्ता के देखरेख में संपन्न हुवा। तथा मेले का संचालन सीताराम यादव ने किया।
0 Comments