सिकन्दरपुर, बलिया। विशाखापत्तनम में रहकर कंपनी में काम कर रहे 45 वर्षीय व्यक्ति कि पेट में अचानक हुए दर्द के बाद मौत हो जाने पर शव घर पहुंचने पर परिजनों में मचा कोहराम।
पत्नी और बच्चों का रो रो कर बुरा हाल। सिकंदरपुर थाना क्षेत्र के बाराडीह निवासी सुरेंद्र प्रसाद गुप्ता (45) पुत्र शिव शंकर एक साल पहले विशाखापट्टनम के मैट्रिस कंपनी में पाइप लाइन का काम करने गए थे। अचानक 18 तारीख को शाम को काम से कमरे पर वापस लौटने के बाद उनके पेट में दर्द हुआ। दर्द तेज होने पर साथ में रह रहे सहयोगियों ने उन्हें इलाज हेतु अस्पताल में पहुंचाया। जहां पर इलाज के बाद पेट में कुछ गड़बड़ी होने की बात कहकर डॉक्टर ने ऑपरेशन करने की बात कही। कंपनी के ठेकेदार द्वारा ऑपरेशन का पूरा खर्च वहन करने की बात कही गई। परंतु मंगलवार को लगभग 7:00 बजे सुबह के आसपास अचानक सुरेंद्र की तबीयत बिगड़ने लगी और उनके सहयोगी जब उन्हें अस्पताल लेकर जा रहे थे तो रास्ते में उनकी मौत हो गई। मौत की सूचना के बाद कंपनी द्वारा उन्हें प्राइवेट एंबुलेंस से सिकंदरपुर थाना क्षेत्र के बाराडीह घर भेज दिया गया। बुधवार की देर शाम सुरेंद्र का शव जैसे ही घर पहुंचा पूरे घर में कोहराम मच गया तथा उनके दरवाजे पर ग्रामीणों की भारी भीड़ इकट्ठा हो गई। मौत की सूचना से पत्नी रीना देवी, 18 वर्षीय पुत्र अनूप व 13 वर्षीय पुत्री साधना का रो- रो कर बुरा हाल है। वहीं माता पिता के इकलौते पुत्र सुरेंद्र के मौत से पिता की आंखें पथरा गई हैं। वह कुछ भी बोलने की स्थिति में नहीं है, जबकि उनके साथ रहकर काम कर रहे भरखरा निवासी सरोज प्रसाद ने बताया कि सुरेंद्र। बहुत ही अच्छे व्यक्ति थे वह मिलनसार व्यक्ति थे इनके मौत से सभी सदमे में हैं।
0 Comments