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मूर्ति विसर्जन के दौरान घाघरा में डूबने से बुझ गया तीन घरों का चिराग,पसरा मातम






सिकन्दरपुर, बलिया 31अक्टूबर। हृदय विदारक घटना, लक्ष्मी प्रतिमा विसर्जन के दौरान डूंहा बिहरा स्थित घागरा के तट पर एक घटना घट जाने से पूरे क्षेत्र में मातम छा गया।



मूर्ति असंतुलित हो गई और पलट गई जिसके नीचे तीनों दब गए
 विसर्जन के दौरान ट्राली से मूर्ति को विसर्जित करने ले जा रहे कुछ युवक प्रशासन तथा गांव के लोगों के मना करने के बावजूद भी चकमा देकर जबरदस्ती मूर्ति को पानी के अंदर लेकर चले गए। गहरा पानी होने के कारण मूर्ति के नीचे दब जाने से 3 युवकों की डूबने से मौत हो गई। बुधवार की शाम लक्ष्मी पूजा विसर्जन करने के लिए बंसीबाजार से ट्राली पर लादकर कुछ युवक आ रहे थे। हालांकि बीच में प्रशासन ने आगे आगे ट्राली ले जाने के लिए मना किया। इसके बावजूद किसी तरीके से युवक  ट्राली को आगे लेकर चले गए। वहीं जब गांव वालों ने ट्राली आगे ले जाते हुए देखा तो उन्होंने भी रोकने का प्रयास किया, लेकिन युवक किसी की नहीं सुने। इस दौरान ट्राली खड़ा करके मूर्ति को लेकर युवक पानी में उतर गए। तब तक मूर्ति के नीचे आने से रोशन 20 पुत्र भरत निवासी बंसीबाजार, मूर्तिकार नवीन का 21 वर्षीय पुत्र मनु व लालू 25 पुत्र बेचन निवासीगण बंसीबाजार। मूर्ति को हाथ से टांग करके पानी में लेकर गए। तभी मूर्ति असंतुलित हो गई और पलट गई जिसके नीचे तीनों दब गए। हालांकि अगल-बगल के लड़के भी नीचे दबे थे तभी कुछ गांव वालों की नजर उन पर पड़ी और दौड़कर किसी तरीके से अन्य युवकों को बाहर निकाला, जबकि नीचे गहरे पानी में दब जाने के कारण वे तीनों डूब गए। डूबने की सूचना मिलने पर तत्काल प्रशासन सहित पूरा गांव उमड़ पड़ा और किसी तरीके से खोजबीन शुरू किया। लगभग 15 से 20 मिनट के बाद तीनों युवकों को बाहर निकाला गया। तब तक तीनों की मृत्यु हो चुकी थी। मौके पर पहुंचे एसएचओ बाल मुकुंद मिश्रा ने तत्काल तीनों के शव को थाने भिजवा दिया।

प्रशासन तथा गांव वालों के रोकने पर भी नहीं मानें युवक-
डूहां बिहरा में मठ स्थित होने के कारण प्रशासन द्वारा मूर्ति विसर्जन पर वहां पूरी तरह से रोक लगाया गया था। इसके बावजूद गांव वालों ने भी यहां मूर्ति विसर्जन लाने वाले युवकों को मना किया।  परंतु जबरदस्ती उन युवकों ने मूर्ति को ट्राली पर लाद कर दूसरी तरफ से वहां पहुंच और वहां से उतार कर नीचे चले गए। हालांकि नीचे जाने के बाद भी गांव के लोगों ने उनको रोकने का प्रयास किया लेकिन वे किसी के नहीं सुने और काल के गाल में समा गए।


घटना के बाद पूरे गांव में छाया मातम
तीन युवकों के मूर्ति विसर्जन के दौरान मूर्ति के नीचे दबकर डूब जाने से पूरे बंसी बाजार गांव में मातम छा गया है मृतकों के परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है। इन तीन युवकों में एक युवक की हाल ही में शादी हुई है मौत का खबर सुनकर माता-पिता सहित उसकी पत्नी का रो रो कर बुरा हाल हो गया है वहीं घटना के घटित होने के बाद पूरे बंसी बाजार के लोग घटनास्थल पर पहुंच गए थे।


ग्रामीणों द्वारा बार-बार उन युवकों को उधर जाने से मना किया गया

मूर्ति विसर्जन के लिए डूहा बिहार में प्रशासन के द्वारा अलग से अस्थाई गड्ढा खुदवाया गया था लेकिन इन युवकों ने जबरदस्ती रास्ता ना होने के बावजूद भी खेत के किनारे तक ट्रैक्टर ले जाकर खड़ा करके दूसरे तरफ मूर्ति को विसर्जित करने लगे। ग्रामीणों के अनुसार उन्होंने बार-बार उन युवकों को उधर जाने से मना किया था। कारण कि वहां गहरा पानी होने के कारण कोई वहां जाता नहीं है लेकिन युवकों द्वारा जबरदस्ती मूर्ति को वहां लेकर जाया गया।

पति की मौत का समाचार सुनकर नवविवाहिता का रो रो कर बुरा हाल है

डूहा बिहरा में मूर्ति विसर्जन के दौरान मूर्ति के असंतुलित होकर पलट ने से उसमें दबकर तीन युवक डूब गए। जिसमें से तीनों की मौत हो गई। इस दौरान बंसी बाजार निवासी लालू का इकलौता पुत्र बेचू भी डूब गया है, जिसकी शादी 1 वर्ष पूर्व गुड्डी से हुई थी। अपने पति का मौत का समाचार सुनकर गुड्डी का रो रो कर बुरा हाल है। इस दौरान शादी के बाद से गुड्डी और बेचू का दिन हंसता खेलता बीत रहा था। बेचू के परिजनों के अनुसार उनकी बहू पेट से है। अपने पति के मौत का समाचार सुनकर उसका रो-रोकर बुरा हाल है। उसको घटना की सूचना पर विश्वास नहीं हो रहा है वह कभी दरवाजे पर दौड़ कर जा रही है तो कभी अंदर आ रही है।








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