@नुरुलहोदा खान सिकन्दरपुर,बलिया। नागरिकों को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने हेतु नगर पंचायत द्वारा बस स्टेशन चौराहा पर लगाया गया वॉटर कूलर काफी समय से खराब हो शोपीस बना हुआ है। इसके चलते इस भीषण गर्मी में चौराहा के दुकानदारों व राहगीरों तथा आस पास के गांवों से आने वाले लोगों को स्वच्छ एवं ठंडा पेय जल उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। लगभग दो साल पूर्व इस कूलर को काफी तामझाम के साथ स्थापित कर तत्कालीन पशुधन मंत्री मो० जियाउद्दीन रिज़वी से उद्घाटन भी कराया गया। उद्घाटन के बाद कुछ समय तक तो वह अच्छी तरह से पानी दिया। स्थानीय लोगों को शुद्ध एवं शीतल जल पीने के लिए आसानी से मुहैया हो जाता था परन्तु बाद में छः माह के अंदर ही वह अचानक खराब होकर पानी देना बंद कर दिया। फलतः प्यास से तड़पते राहगीर अपनी प्यास बुझाने कूलर के पास पहुंच टोटी खोलते ही मायूस हो चले जाते हैं। क्यों की खराब पड़े आरो वाटर फिल्टर की टोटी से एक बूंद भी पानी नहीं निकलता है। उसमें भी पड़ रही भीषण गर्मी की वजह से दिनभर यात्रियों का आना-जाना बस स्टेशन चौराहे पर लगा रहता है। प्यास से बिलबिलाते यात्री पानी के लिए तरस रहे होते हैं। मजबूरन उन्हें पैसे खर्च करके ठंडा पानी खरीद कर पीना पड़ता है। जिसका फायदा पाउचो में बेचे जाने वाले पानी के विक्रेता उठा लेते हैं। आम जनता के लिए लाखों की लागत से लगा आरो जो कि एक साल भी नहीं चल पाता। वहीं निजी विभागों में लगा वही आरों मशीन सालों साल तक नहीं खराब होता। दूसरी तरफ पूर्व की सरकार में जल्पा चौक में लगा आरो भी लगने के कुछ महीने ही चल सका। जल्पा चौक में लगे आरो का तो नामोनिशान तक मिट चुका हैं। उस स्थान पर न तो मशीन ही बचा न ही उसका कोई कल पुर्जा। जाल्पा चौक में लगा आरो वहां के सैकड़ों दुकानदारों व राहगीरों के लिए शुद्ध एवं शीतल जल पीने का एक मात्र सहारा था।
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