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राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के सात दिवसीय विशेष शिविर के तीसरे दिन भी विद्यालय के छात्र छात्राओं ने किया श्रम दान



सिकन्दरपुर, बलिया। 23 फरवरी। 
 तहसील क्षेत्र के बजरंग स्नातकोत्तर महाविद्यालय, दादर आश्रम, सिकन्दरपुर, बलिया की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के सात दिवसीय विशेष शिविर के तीसरे दिन स्वयंसेवकों ने प्रातः व्यायाम- प्रार्थना किया। 
शुक्रवार की सुबह विद्यालय के स्वयंसेवक  छात्र छात्राओं की टोली ने ग्राम किकोढा के सन्दवापुर टोला के दक्षिण में स्थित मलिन बस्ती में संत रविदास मंदिर से लेकर आवासीय क्षेत्र तक सफाई कार्य किया गया ततपश्चात
रैली के रूप में वहां से प्रस्थान कर अपराह्न सत्र में  बौद्धिक कार्यक्रम के अंतर्गत प्राथमिक विद्यालय , सन्दवापुर के प्रधानाध्यापक डॉ सम्भू नाथ यादव ने स्वयंसेवकों को भारत में आतंकवाद की समस्या एवं इसके विभिन्न पहलुओं से अवगत कराया।

 कार्यक्रम अधिकारी डॉ कृष्ण कुमार सिंह ने डॉ शम्भू नाथ यादव को उनके सारगर्भित व्याख्यान हेतु धन्यवाद दिया ।स्वयंसेवकों ने प्राथमिक विद्यालय, सन्दवापुर  के परिसर में जमा मिट्टी के ढेर को फैलाकर समतलीकरण का कार्य किया। शाम के समय महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ उदय पासवान एवं हिंदी के वरिष्ठ एसोसिएट प्रोफेसर  डॉ कौशल किशोर ने शिविर का दौरा किया ।
 भोजन से पूर्व सांस्कृतिक कार्यक्रम के अंतर्गत  स्वयंसेवकों की एक टीम  ने बिरहा गाया । लोकतंत्र पर एक परिचर्चा का आयोजन हुआ, जिसमें कई छात्रों ने भाग लिया। 

परिचर्चा के अंत में कार्यक्रम अधिकारी डॉ. कृष्ण कुमार सिंह ने कहा कि लोकतंत्र का अर्थ जनता का शासन है जिसमें जनता स्वयं अथवा अपने द्वारा निर्वाचित प्रतिनिधियों के माध्यम से शासन करती है और शासन का अंतिम सूत्र जनता के हाथ में ही होता है। इस प्रकार लोकतंत्र में संप्रभुता अर्थात सर्वोच्च शक्ति जनता में निहित होती है। पूर्व अमरीकी राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन ने इसे 'जनता का, जनता के लिए, जनता द्वारा शासन' बताया है।स्वतंत्रता, समानता, बंधुत्व एवं न्याय लोकतंत्र के चार आधार स्तंभ हैं। उन्होंने यह कहा कि लोकतंत्र एक ऐसी शासन व्यवस्था है जिसमें समानता के साथ साथ अधिकारों पर बल दिया जाता है। अंत में उन्होंने स्वयंसेवकों से लोकतंत्र की मूल भावना 'समानता' को आत्मसात करने की अपील की।



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