स्थानीय बस स्टैंड पर मुनिछपरा निवासी मु.सलीम की भाड़े पर ली गई रूई की दुकान है।दुकान में रजाई, गद्दा,तकियाआदि के कपड़े एवं इनके खोलों की विक्री तथा रूई धुनाई के बाद रजाई गद्दा आदि तैयार कर बेचने की व्यवस्था है।नित्य की भांति दुकानदार सलीम शाम साढ़े छः बजे दुकान बंद कर अपने गांव गये।सलीम के मुताबिक वे घर पहुंचे ही थे कि उनके पास फोन गया कि उनके दुकान में आग लगी है।सलीम तुरन्त चल दिये।जब दुकान पर पहुंचे तो दुकान की विकराल आग देख उनके होश उड़ गए।उधर आग बुझाने के लिए अफरा तफरी मची थी।सूचना पर ईओ मृदुल कुमार सिंह अपने कर्मियों के साथ नगर पंचायत का पानी भरा टैंकर लेकर मौके पर पहुंच गये।टैंकर द्वारा लगातार पानी ढोया जाने लगा।आसपास के युवकों के डेढ़ घंटे तक मशक्कत के उपरांत आग पर काबू पाया जा सका।इस बीच ठंड के सीजन के लिए स्टाक की गयी दर्जनों गांठ विभिन्न किस्म की रूई,रजाई,गद्दे के कपड़े,आलमारियां,सिलाई मशीन आदि लाखों के सामान सहित महाजनों को देने के लिए रखे गए साठ हजार रुपये जल कर नष्ट हो गए।मकान मालिक श्रीकृष्ण ओझा का आवास उक्त दुकान के लगा हुआ है। आवास तो काफी मुश्किल से बच गया लेकिन आग तपन से उनके घर की दीवारों में दरारें पड़ गयीं।
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