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चौकी प्रभारी द्वारा किए गए कार्य की पूरे क्षेत्र में हो रही सराहना


सिकन्दरपुर/बलिया-अक्सर लोगों को लगता है कि पैसा ईमान को डिगा देता है किंतु एक इंसान ऐसा भी है जिसके ईमान को पैसा भी नही खराब कर सका जी हां हम बात कर रहे हैं सिकन्दरपुर पुलिस चौकी पर तैनात चौकी प्रभारी सतेन्द्र राय की जिन्हों ने ईमानदारी की मिसाल प्रस्तुत करते हुए 85000 रुपए की भारी भरकम रकम उसके असली हकदार के हवाले की।मामला 21 अक्टूबर की रात्री की है जब चौकी प्रभारी सतेन्द्र राय बाइक द्वारा अपनें घर से वापस सिकन्दरपुर आरहे थे की बड़हलगंज स्थित गोलाबाज़ार के समीप रास्ते में जमीन पर कुछ चमकता हुवा दिखाई पड़ा जिसको देखकर वह आगे बढ़ गए परन्तु कुछ दूर जाकर फिर उसी स्थान पर वापस आए बाइक से उतर कर देखा तो काले रंग का प्लास्टिक दिखाई दिया जिसमें कुछ रुपया और  एक पर्श था

जिसको लेकर वहां से चल दिए सिकन्दरपुर पहुंचनें के बाद जब चेक किया तो 85000 हजार रुपए नकद तथा पर्स में एटीएम कार्ड आधारकार्ड व कुछ जरूरी कागज़ात थे।
सिकन्दरपुर आनें के बाद ड्यूटी पर व्यस्तता बढ़ जानें की वजह से समय नहीं मिला की पता कर सकें की पैसा किसका है ।फिर 25 तारीख को थोड़ा फुर्सत मिलने पर पर्स में रखी
 एक पर्ची पे कुछ नम्बर लिखे थे जिसपर फोनकर के पता किए जिनमें से एक नम्बर से यह पता चला की
यह सारा सामान व पैसा ग़ज़ाई कोल  थाना झंगहा जिला गोरखपुर निवासी अखिलेश गुप्ता पुत्र महाजन गुप्ता का है।
जिससे फोन द्वारा सम्पर्क करके पर्स में मिले आधार कार्ड से पूरी जाँच पड़ताल की उसके जाँच कन्फर्म होनें के बाद उसे सिकन्दरपुर पुलिस चौकी पर आनें को कहा ।
रविवार 28 तारीख की दोपहर को अखिलेश गुप्ता अपनें दो दोस्तों के साथ सिकन्दरपुर चौकी पर पहुंचे जहां पर चौकी प्रभारी सतेन्द्र राय नें पैसा व सारा सामान उनके हवाले कर दिया ।
अखिलेश गुप्ता ने यह कहा कि आज के दौर में भी ईमानदार लोग मौजूद हैं जिसका जीता जागता मिसाल चौकी प्रभारी सिकंदरपुर सत्येंद्र राय जी हैं कहां की हम तो यह उम्मीद ही खो चुके थे कि रुपया दोबारा वापस मिलेगा परंतु जब चौकी इंचार्ज महोदय का फोन आया तो मेरे ख़ुशी का ठिकानां नहीं रहा।ऐसे महान व्यक्ति तथा इनके विचार को मैं प्रणाम करता हूँ।
चौकी प्रभारी सतेन्द्र राय नें कहा की मै खुद के स्वाभिमान से समझौता नहीं करता दूसरे का अमानत मेरे लिए मिटटी के समान है चाहे वह कितनीं भी बड़ी रकम क्यों न हो मुझे इस बात की ख़ुशी है की मेरे माध्यम से जिसका रुपया समान था वह सुरक्षित उसके पास पहुंच गया।
चौकी प्रभारी के इस सराहनीय कार्य की पुरे  क्षेत्र में चर्चा हो रही है।






  

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