Ticker

6/recent/ticker-posts

नेत्रदान कर शिक्षक ओम प्रकाश यादव ने पेश किया मिसाल



सिकन्दरपुर,/बलिया(ब्यूरो)। व्यक्ति अपने लिए तो जीता है लेकिन दूसरों के लिए जीना सीखे। आज देश की एक बड़ी आबादी अंधत्व का शिकार है। यदि हम अपने जिंदा रहते ही नेत्रदान का संकल्प पत्र भर दें एवं अपने परिजनों एवं समाज के अन्य लोगों को भी नेत्रदान के लिए प्रेरित करें तो अंधत्व की समस्या पर काफी हद तक नियंत्रण किया जा सकता है। यह बात घुरी बाबा टोला निवासी शिक्षक ओमप्रकाश यादव ने कही । उन्होंने पूर्व में अपने नेत्रदान करने की घोषणा किया था। वह गोरखपुर के राज आई हॉस्पिटल गोरखपुर के आई बैंक अपना रजिस्ट्रेशन 12 मार्च को करा लिया है। पत्रकारों को यह जानकारी देते हुए बताया कि कहा कि नेत्रदान महादान है सभी को चाहिए कि मरणोपरांत अपना अपना नेत्र दान करके दिव्यांगों को नया जीवन प्रदान करें। पैसे से जूनियर हाई स्कूल के शिक्षक ओम प्रकाश यादव का शुरू से ही समाज सेवा में रुचि रही है तथा वे हर वर्ष सैकड़ों असहायों विधवाओं आदि को सुख सुविधाएं मुहैया कराते हैं जिससे कि उनका जीवन कस्टमर ना बीते होली की पूर्व संध्या पर उनके आवास पर आयोजित एक कार्यक्रम में उन्होंने सैकड़ों दिव्यांगों विधवाओं व असहायों को अंग वस्त्र एवं जरूरी सामान प्रदान कर सहयोग किया था। इस दौरान रंजीत राय, जयराम पांडेय, संजय राय संजीव राय, दिनेश यादव आदि मौजूद रहे।

Post a Comment

0 Comments