लाख लगाई गुहार, दिखाएं दीवार तोड़ने का आदेश मगर मेरी एक न सुनी गई-मुर्तुजा हुसैन
बलिया,19दिसंबर। बलिया जिले के कस्बा सिकन्दरपुर के मोहल्ला मिल्की स्थित बलिया सिविल कोर्ट में विचाराधीन इमामबाड़े की दीवाल को SDM के आदेश पर ( अधिकारियों के कहे अनुसार) गुरुवार की शाम को तुड़वा दिया गया।
इस दौरान इमामबाड़े के मोतवल्ली मुर्तुजा हसन इमामबाड़ा के दीवाल को तोड़ने का आदेश की कॉपी नायब तहसीलदार सीपी यादव व अधिशासी अधिकारी मनोज कुमार पांडेय से मांगते रह गए परन्तु उनके द्वारा कोई भी आदेश नहीं दिखाया गया,जबकि अधिकारी बार बार कहते रहे कि SDM का आदेश है, घण्टे भर चले इस वार्ता के दौरान चौकी प्रभारी ज्ञानप्रकाश तिवारी व उनके टीम की एंट्री हुई और मोहल्ले के इकट्ठा हुए लोगों को वहां से खदेड़ दिया गया,वहीं मुर्तुजा हुसैन द्वारा कहा गया कि अगर आप कोई आदेश नहीं लाए हैं तो मुझे लिखित ही दे दीजिए कि SDM के आदेश पर दीवार तोड़ी जा रही है,जिसपर अधिशासी अधिकारी द्वारा नगर कर्मी सुनील वर्मा से एक लेटर लिखवा कर स्वम् ही रख लिया गया।
इसी बीच वहां मौजूद SHO सिकन्दरपुर विकाशचन्द पांडे भी अपनी टीम के साथ एक्शन में आ गए,और दीवार तोड़ने को नगरकर्मियों को आदेश दे दिया।
वहीं मुर्तुजा हुसैन नें SHO विकास चंद पांडे व अधिकारियों से आग्रह किया कि पहले मुझे लिखित दे दिया जाए तब दीवार तोड़ा जाए मगर SHO व अधिकारियों ने कहा कि हम लोग SDM साहब को दे देंगे जाकर उनसे तुम लिखित ले लेना।
वही मोतवल्ली मुर्तुजा हुसैन ने बताया है कि मामला बलिया सिविल कोर्ट में विचारधीन है फिर भी मेरी एक न सुनी गई मेरा मुकदमा तक नहीं देखा गया मेरे बार-बार कहने के बाद भी दीवार को तोड़ दिया गया।
दीवार तोड़ने की खबर सुनकर मौके पर पहुंचे वर्तमान सदर इम्तियाज अन्सारी नें अधिकारियों से पूछा कि किसके आदेश पर दीवार को तोड़ा गया है तो अधिकारियों ने सेम जवाब दिया किया SDM के आदेश पर तोड़ा गया है।
मोतवल्ली मुर्तुजा हुसैन नें बताया है कि 11 कट्ठा 8 धुर में इमाम चौक व अखाड़े की जमीन है और इमामबाड़ा 7 धुर में अलग है और कुछ जमीदार से भी लिखवाया गया है, कुल मिलाकर 12 कट्ठा जमीन है,मगर मौके पर जमीनी कम है,जबकि इस्माइल जोलहा की कुल 16 धुर जमीन है मगर मौके पर जमीन उनकी ज्यादा है जिसके लिए बलिया सिविल कोर्ट में मुकदमा दाखिल है, फिर भी बिना कोई कागज जांचे बिना कोई नोटिस भेजे आज अचानक दीवार को गिरा दिया गया,उन्होंने बताया है कि आज की इस घटना से मेरा न्यायालय व्यवस्था से यकीन खत्म हो गया है।
कोर्ट में विचाराधीन इमामबाड़े की दीवार को तहसील प्रशासन व अधिशासी अधिकारी नें तोड़वाया,मोतवल्ली लगाता रहा गुहार👇👇👇👇👇👇👇👇👇👇
उन्होंने बताया कि उक्त इस्माइल जोलाहा के पौत्र इरशाद पुत्र मजहर अंसारी द्वारा बिना मुझे बताएं इमामबाड़ा के शहन में दरवाजा खोल दिया गया।
इस संबंध में उपजिलाधिकारी को टेलिफोनिक वार्ता के लिए संपर्क किया गया परन्तु उनके द्वारा फोन नहीं उठाया गया।
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