सिकन्दरपुर, बलिया। इस्लाम धर्म का सबसे पवित्र महीना रमजान के मौके पर एक तरफ जहां बड़े- बुजुर्ग और मुस्लिम महिलाएं रोजा रखकर खुदा की इबादत कर रहे हैं,वहीं छोटे बच्चे भी रोजा रखने के प्रयास कर रहे हैं, अपनें माता पिता से रोजा रखने की जिद करते रहते हैं मगर
उनकी मासूमियत व तबियत खराब होने के डर से माता पिता उन्हें रोजा रखने की सलाह नहीं देते।
वहीं नगर के मोहल्ला डोमनपुरा निवासी गुलाम मुस्तफा का 8 वर्षीय पुत्र सुबहानी ने रमजान की 25वीं तारीख (शुक्रवार)को अपना पहला रोजा रखा।
वहीं सुबहानी की मां नें उसके मनपसंद का तरह तरह का व्यंजन बनाया,तथा उसके पिता गुलाम मुस्तफा ने बाजार जाकर उसके मनपंसद के सामान की खरीदारी की।
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