किसानों ने जिलाधिकारी के समक्ष अपनी बात रखी और कहा कि उन्हें समय से सुविधाएं उपलब्ध कराई जाए जिससे कि वह अधिक से अधिक मुनाफा कमा सकें। जिलाधिकारी ने विद्युत विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया कि किसानों के यहां जो भी मीटर लगे हैं उनकी जांच कराई जाए अगर वह सही है तो उनसे किसी भी प्रकार का दबाव डालकर बिल न वसूला जाए। साथ ही उन्होंने कहा कि 17 ब्लॉकों के कर्मचारियों को ट्रेंड करके विद्युत रीडिंग के लिए भेजा जाए। उन्होंने कहा कि जो भी फार्म गलत तरीके से किसानों से बिल वसूली करेगी उसे ब्लैक लिस्टेड किया जाएगा।
जिलाधिकारी ने कहा कि बैंकों द्वारा जो भी लोन दिया जाता है उनका सर्च चार्ज समाचार पत्रों में निकाला जाए जिससे कि किसानों को इसकी जानकारी हो सके।
जनपद में इस समय 44 क्रय केंद्र है जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि सभी क्रय केंद्र ठीक से और इमानदारी पूर्वक कार्य करें जिससे कि किसानों को बिचौलियों से बचाया जा सके। जिलाधिकारी ने मंडी सचिव को फटकार लगाते हुए कहा कि किसानों को कूपन इमानदारी पूर्वक वितरित किए जाएं।
बैठक में कृषि विभाग के अधिकारी और सभी अग्रणी किसान उपस्थित थे।
0 Comments