बरेली,उत्तर प्रदेश।
29 रबियुल अव्वल 1444 हिजरी मुताबिक़ 26 अक्टूबर 2022 बरोज़ बुधवार रबियुल आखिर का चाँद नज़र नहीं आया। काज़ी-ए-हिंदुस्तान मुफ्ती मोहम्मद असजद रजा खां कादरी (असजद मियां) के हवाले से
मरकजी दारूल इफ्ता के वरिष्ठ मुफ्ती अब्दुर्रहीम नश्तर फारूक़ी ने बताया सुन्नी मरकज दरगाह आला हज़रत स्थित मरकज़ी दारुल इफ्ता की मरकज़ी रुयते हिलाल कमेटी ने 29 रबियुल अव्वल बरोज़ बुधवार चाँद देखने का आह्वान किया था। लेकिन आसपास या दूसरे शहरों में भी कहीं से चाँद देखे जाने की कोई ख़बर नहीं है, लिहाज़ा ऐलान किया जाता है कि आज 27 अक्टूबर को 30 रबियुल अव्वल थी। और कल 28 अक्टूबर को रबियुल आख़िर की पहली तारीख़ है, इस एतबार से 7 नवंबर 2022 सोमवार (पीर) को 11 रबियुल आख़िर यानी ग्यारहवीं शरीफ होगी। जमात रज़ा के प्रवक्ता समरान खान ने बताया अगर कहीं से 29 की शरई शहादत मिलती है तो उस एतबार से दोबारा ऐलान किया जाएगा ।।
समरान खान
मीडिया प्रभारी
जमात रज़ा-ए-मुस्तफ़ा
दरगाह आला हज़रत
0 Comments