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30 घंटे बाद डूबने वाले स्थान पर ही मिला दोनों दोस्तों का शव


बलिया-सनोज कुमार। आखिरकार 30 घंटे बाद सरयू नदी डूबने वाले स्थान पर ही मिला दोनों दोस्तों का शव,शव के गांव पहुंचते ही पूरे परिवार में मचा कोहराम, पुलिस नें शव का पंचनामा कर मर्चुरी के लिए भेजा। 

गुरुवार को सिकन्दरपुर तहसील क्षेत्र के खरीद घाट स्थित सरयू नदी के बाढ़ के पानी में नहाते समय दो दोस्तों किशन राम व अनीश राम के डूबे हुए शव को मनियर थाना क्षेत्र के टिकुलिया दियर से किसी के माध्यम से सूचना मिली कि दो किशोरों की यहां दियारे में शव उतराई हुई पाई गई है जिनकी पहचान आकर कर लीजिए।

उक्त सूचना के आधार पर दोनों की पहचान हेतु खरीद व आसपास के गांव के 4 दर्जन से अधिक युवा तैराक स्टीमर लेकर उक्त स्थान के लिए निकल पड़े। तकरीबन 4 घंटे की खोजबीन के बाद भी कहीं कुछ नहीं पाया गया सारी बातें अफवाह निकली। सभी युवा शुक्रवार की सुबह से ही खोजबीन करते हुए खरीद घाट से 15 किलोमीटर दूर सुल्तानपुर घाट तक पहुंच गए थे, परंतु वहां भी इन दोनों का कुछ अता पता नहीं चल सका। 

वही पीपा पुल पर ड्यूटी कर रहे पीडब्ल्यूडी के कर्मचारी सरवन , चंचल तथा अमरनाथ दरौली की तरफ से पीपा पुल को बांधकर स्ट्रीमर के माध्यम से वापस आ रहे थे तभी खरीद घाट की तरफ छाड़न में दोनों का शव उतराया हुआ मिला, जिसको देखकर पीडब्ल्यूडी कर्मियों ने शोर मचाना शुरू कर दिया।

शोर की आवाज सुनकर, पास के ही डेरे पर मवेशियों को चारा खिला रहा है विनय यादव का 15वर्षीय पुत्र मिथिलेश यादव तुरन्त घटहा (नाव) लेकर बिना समय गवाएं बिजली की रफ्तार से घटनास्थल पर पहुंच गया। तथा दोनों शवों को पीडब्ल्यूडी कर्मियों के मदद से नाव पर ही लाद लिया, वहीं इसकी सूचना तुरंत परिवार वालों को दी गई जिस पर,दोनों के परिजन तुरन्त घाट पर पहुंचकर गए।








ग्रामीणों द्वारा दोनों के शव को एक ही खाट पर लादकर गांव लाया गया जहां पर शव को देखकर पूरे परिवार और गांव में कोहराम मच गया परिजनों का रो रो कर बुरा हाल हो गया मृतकों की मां बहन और भाई रोते-रोते बेहोश हो जा रहे थे। आसपास के गांव के हजारों लोग वहां शव देखने को इकट्ठा हो गए। 




वही सूचना पाकर पहुंचे प्रभारी निरीक्षक थाना सिकंदरपुर एसएचओ योगेश यादव ने परिजनों के सहमति से, दोनों के शव का पंचनामा करा पोस्टमार्टम के लिए बलिया भेज दिया।

मिथिलेश कुमार यादव

वही मिथिलेश कुमार ने बताया है कि, मैं रोजाना की तरह अपने डेरे पर पशुओं को चारा खिला रहा था कि अचानक पीडब्ल्यूडी के कर्मचारियों के द्वारा लाश के मिलने की शोर सुनाई दी जिस पर मैंने तत्काल डेरे पर ही मौजूद नाव लेकर उक्त घटना स्थल तक पहुंच गया मेरे पहुंचते पहुंचते दोनों का शव नदी के बह की तरफ जाने लगा मगर मैंने तत्परता दिखाते हुए नाव लेकर वहां तक पहुंच गया और दोनों के दोनों शव को पीडब्ल्यूडी कर्मियों के सहायता से नाव पर लाद कर किनारे पर लेकर आया।

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