बिल्थरारोड,बलिया।
(बेल्थरा से धनंजय कुमार शर्मा की रिपोर्ट)
अपना ही मकान तोड़वाकर पुनर्निर्माण हेतु नक्शा पास करवाने के लिए पिछले 4 महीने से नगर पंचायत का चक्कर लगा रहा है व्यवसायी
मामला आदर्श नगर पंचायत बेल्थरा रोड अंतर्गत पुलिस चौकी से तकरीबन 500 मीटर दूर वार्ड नम्बर 2 गौशाला गली का है।
जहां वार्ड निवासी लालचंद मौर्या पुत्र सत्यराम मौर्या अपनी पुश्तैनी जमीन पर बने दुकान को जर्जर होजाने के कारण पुनः निर्माण को नगर पंचायत कार्यालय में नक्शा पास कराने हेतु अधिशासी अधिकारी को प्रार्थना पत्र दिया था।
परंतु अधिशासी अधिकारी बृजेश कुमार गुप्ता द्वारा नगर अध्यक्ष और एक सभासद प्रतिनिधि के दबाव में पीड़ित को 4 महीनें से दौड़ाया जा रहा है।
पीड़ित लालचंद मौर्या ने बताया है कि वार्ड नम्बर 6 निवासी एवं सभासद प्रतिनिधि एवं ग्राम सभा बिठुवां का वर्तमान प्रधान राम मनोहर गांधी द्वारा उक्त नक्शा व निर्माण कार्य को दबंगई के पर रुकवा दिया गया है। मैं अधिकारियों को गुहार लगाकर थक चुका हूँ।
पूरे दिन पीड़ित के सामनें,साहब का इंतजार करते रहे साहब
पीड़ित का आरोप है कि SDM बेल्थरारोड राजेश कुमार गुप्ता द्वारा मुझे गुरुवार को सुबह तहसील पर बुलाया गया था।
वहां पहुंचने पर एसडीएम महोदय ने कहा कि मैंने नगर पंचायत के EO को बुलाया है आप बैठी है।
परंतु पूरे दिन बैठा कर उसे वापस भेज दिया गया।यह कहकर की आप नगर पंचायत पर ही चलिए मैं स्वयं ईयो से बात करूंगा तथा मौका मुआयना भी करूंगा।
परन्तु देर शाम तक SDM ना नगर पंचायत कार्यालय पहुंचे नाहि मौका मुआयना किया, इस दौरान उनका मोबाइल भी स्विच ऑफ बता रहा था।
पीड़ित लालचंद मौर्या पुत्र सत्यराम नें बताया है कि, 4 महीने से मैं तहसील नगर पंचायत व DM कार्यालय का चक्कर काट रहा हूँ, परन्तु मेरे सारे दस्तावेज सही होनें के बावजूद भी मैं दरबदर की ठोकरें खा रहा हूँ।
उन्होंने बताया है कि मैं इस सम्बंध में नगर अध्यक्ष से भी मिला था परन्तु उनके द्वारा उल्टा मुझपे ही दबाओ बनाया गया। चेयरमैन दिनेश गुप्ता नें कहा कि तुम गुप्ता जी से समझौता कर उक्त जमीन छोड़ दो,पंचायत कर पैसा लेकर जमीन से हट जाओ ।
गुरुवार को समाज सेवियों से हुई sdm से हुई बातचीत की वायरल वीडियो
गुरुवार 18अगस्त को पीड़ित द्वारा दिया गया बयान
समाजसेवियों का बयान
लालचंद पुत्र सतीराम को न्याय दिलवाने के लिए आगे आए समाजसेवी प्रवीण नारायण, पप्पू जायसवाल और मनीष जायसवाल, तीनों समाजसेवी नें बताया है कि हम लोग भी पीड़ित के साथ एसडीएम राजेश गुप्ता के पास तहसील कार्यालय पहुंचे थे।
एसडीएम द्वारा पीड़ित को बताया गया कि हमने नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारी को बुलाया है आप लोग यहीं रुकें, परन्तु दोपहर के 1:00 बजे तक अधिशासी अधिकारी के तहसील कार्यालय में नहीं आने के बाद। एसडीएम महोदय ने पीड़ित से कहा कि आप हमारे साथ नगर पंचायत कार्यालय चलिए वहीं इस मामले का निराकरण होगा।
पीड़ित का शनिवार 20अगस्त को दिया गया व्यान।।
उसके बाद शाम 4:00 बजे तक पीड़ित द्वारा मौके पर जांच करने का हवाला देकर एसडीएम के ना आने से मामला और भी संदिग्ध होता जा रहा है।
वहीं समाजसेवी प्रवीण नारायण का साफ कहना है कि नगर पंचायत अध्यक्ष के दबाव में अधिशासी अधिकारी नक्शा न पास करके जमीन को कब्जा कराने का षड्यंत्र कर रहे हैं, उनका यह भी कहना है कि एसडीएम पर ईओ क्यों भारी पड़ रहे हैं यह समझ से परे है।
इनसेट- एक तरफ प्रदेश की सरकार भु-माफियाओं के खिलाफ कड़े से कड़े कदम उठा रही है।परन्तु ठीक उसका उल्टा ,सरकार के ही अधिकारी फरयादियों से भेद भाव तथा उनके खिलाफ कार्यवाही करके।सरकार के मंशा पर पानी फेर रहे हैं।
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