रिपोर्ट- मु० सरफराज
उत्तर प्रदेश जनपद बलिया से है जहा भारत रत्न डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की 131 वी जयंती ज्ञान सागर सरस्वती विद्यापीठ सरवार मनियर मे धूमधाम से मनाई गई। राधेश्याम ने ज्ञान सागर सरस्वती विद्यापीठ सरवार में अंबेडकर जी के चित्र के समक्ष पुष्प अर्पित कर उनको याद किया। इस अवसर पर ज्ञान सागर सरस्वती विद्यापीठ में एक गोष्ठी आयोजित हुई जिसमें बाबा साहब के व्यक्तित्व व कृतित्व को याद किया गया।
मुख्य अतिथि राधेश्याम ने कहा कि बाबा साहब के बारे में हम लोगों को बचपन से ही पढ़ाया जाता रहा है पर वास्तव में हम लोग बाबा साहब के बारे में बहुत कम जानते हैं। हमारी उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि तभी मानी जाएगी जब हम उनके द्वारा दिखाए गए रास्ते पर चलेंगे ।उन्होंने कहा कि बाबा साहब का जीवन दर्शन हमें सिखाता है कि कैसे एक साधारण व्यक्ति असाधारण प्रतिभा से आगे बढ़ता है और भारत का संविधान लिखता है। अन्य महापुरुषों से बाबा साहब की तुलना करते हुए उन्होंने बताया कि बाबा साहेब का जीवन दर्शन ज्यादा मायने रखता है ।उन्होंने शोषण का विरोध किया, शोषण के विरुद्ध आवाज उठाने के लिए लोगों को प्रेरित किया।
विशिष्ट अतिथि अमरजीत मानव बंशी ने कहा कि आरक्षण का लाभ वास्तविक व्यक्ति को मिलना चाहिए तभी हम अपने आप सभी लोग अपने घरों में जाकर अपने परिवार में बाबा साहब के बारे में चर्चा करें और उनके बारे में जो भी जानकारी मिल सके इकट्ठा करें और उनसे संबंधित पुस्तकों का अध्ययन करें
उन्होने कहा कि महापुरुषो की जीवनी हमे जिम्मेदार बनाती है बाबा साहब मे सबसे ज्यादा जोर 'शिक्षा पर दिया है बच्चो की शिक्षा पर विशेष बल देता है।उक्त अवसर पर जगदीश प्रसाद सामाजिक न्याय मोर्चा के सदस्य नंद जी चौहान शिवजी यादव परमेश्वर राजभर वीरेंद्र प्रसाद जन्मेजय यादव रवि वर्मा दिनेश राजभर संजय कुमार चौहान अन्य साथी गण उपस्थित थे।
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