बलिया,डेस्क : बलिया में बोर्ड परीक्षा का पेपर लीक करना जिले के शिक्षा माफियाओं के पैसा कमाने का उत्कृष्ट माध्यम है। नकल माफियाओं के पैसे में शिक्षा विभाग के अधिकारियों और जिला प्रशासन का हिस्सा निर्धारित होता है ये बातें कहीं हैं बलिया जनपद के वरिष्ठ पत्रकार शशिकांत ओझा नें।
उन्होंने कहा है कि प्रेस के साथ तकझक तो शुरू से परीक्षाओं में होती रहती है पर इस बार प्रशासन का कृत्य बहुत निंदनीय है।
प्रशासन ने लीक पेपर की खबर प्रकाशित करने के प्रकरण में तीन पत्रकारों को जेल भेजा है। सवाल है कि पेपर लीक तो किसी न किसी परीक्षा केंद्र से ही हुआ होगा।एसटीएफ और पुलिस कर क्या रही है।
एक तरफ दावा है कि पेपर लीक के मास्टर माइंड को गिरफ्तार कर लिया गया है तो पत्रकारों को रिहा क्यों नहीं किया जा रहा।
उन्होंने कड़ा रुख अपनाते हुए कहा है कि पुलिस में दम हो तो मास्टर माइंड संग पेपर वालों के संबंध को उजागर कर बताए कि पत्रकारों की गिरफ्तारी का अमुख कारण है या उन्हें रिहा करे। पत्रकारों की गिरफ्तारी प्रशासन की नाकारी को छिपाने का कारण है।
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