सिकन्दरपुर,बलिया।
(सनोज कुमार)
यूपी और बिहार को जोड़ने वाले खरीद दरौली घाट के मध्य सरयू नदी के दो भागों में बट जाने की वजह से दो अलग अलग भाग में पीपा पुल को बांधा गया है।
दरौली के दक्षिणी नाका के तरफ़ बनाए गए रास्ते पर 400 मीटर तक घुटनों तक जल स्तर बढ़ जाने की वजह से दोनों राज्यों के राहगीरों को अपने सगे संबन्धियों के यहां आने जाने में बहुत सारी कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है।
लोग पैदल तो जैसे तैसे पानी को पार करके आ जा रहे हैं परन्तु दो पहिया व चार पहिया वाहनों स्वामिय अपनी जान खतरे में डालकर आ जा रहे हैं।
वहीं मीडिया द्वारा लोगों से पूछे जाने पर राजन यादव ग्राम पोस्ट आसाम बिहार, चंदन लक्ष्मीपुर, उत्तर प्रदेश रामनिवास चौहान ग्राम खारी उत्तर प्रदेश जवाहर प्रसाद ग्राम दरौली बिहार आदि लोगों नें बताया है कि 90 किलोमीटर की दूरी तय करने से बढ़िया है कि हम लोग 400 मीटर का जोखिम उठाकर ही रास्ता क्यों न पार कर लें ।
बताया कि विभाग व ठेकेदार की घोर लापरवाही है की एक तो लेट से पीपा पुल को बांधा गया और ना कोई ढंग का कार्य किया गया है ना ही रास्ते को बनाया गया है और नाही पुल पर सही से सिलावट बिछाया गया है,पुल की सारी लकड़ियां जर्जर हो चुकी हैं। दोनों पीपों के मध्य का रेता जलमग्न हो गया है।
परन्तु अधिकारियों व ठेकेदार द्वारा पानी के ऊपर चलनें को रास्ते की कोई निशान देहि.भी नहीं कि गई है।
अभी भी पुल में सिलावटों की काफी कमी है ऐसे में हम लोग अपने जान को जोखिम में डालकर यात्रा करते हैं।
इस पर विभागी व ठेकेदार का नजर पढ़ रहा है परन्तु ये लोग किसी बड़े हादसे के होने का इंतजार कर रहे हैं।
छपरा में कोपा निवासी जो कि सिकन्दरपुर तहसील क्षेत्र के बजरंग स्नातकोत्तर महाविद्यालय पर बीपीएड की परीक्षा देने के लिए दो महिलाओं समेत पांच लोग कार द्वारा
रास्ता पार कर रहे थे, कि अचानक वैगनआर कार पानी के बीच कीचड़ में फस गई।
इनको दो बजे से परीक्षा देना था ,लोगों के घण्टे भर के प्रयास के बाद कार को बाहर निकाला जा सका।
वही पुल के ऊपर किसी भी तरह का रेलिंग या तार ठेकेदार द्वारा नहीं लगाया गया है। इससे किसी भी तरह का अप्रिय घटना हो सकती है।
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