बलिया।(बलिया24न्यूज़).
उत्तर प्रदेश 2022 विधानसभा चुनाव में जनपद बलिया के 359 विधानसभा क्षेत्र सिकन्दरपुर में लोकतंत्र के महापर्व के अवसर पर इस वर्ष पहली बार अपनें मत का प्रयोग करने जा रहे "छात्र-छात्राओं" मे काफी सारा उत्साह देखने को मिल रहा है। नए वोटर के रूप में अपने पहले मत का प्रयोग करने के लिए "छात्र-छात्रा" चुनाव के दिन का काफी बेसब्री से इंजतार कर रहे हैं।क्यों कि 18 वर्ष पार कर चुके सभी "छात्र-छात्रा"पहली इस वर्ष वोट डालेंगे और अपनी मनपसंद सरकार व नेता को चुनेंगे। सभी अपने पसंदीदा उम्मीदवार को विजयी बनाने के लिए उत्साहित हैं।
वहीं इन नए वोटरों नें चुनाव के बाद भी जनता के बीच रहने वाला,सर्वधर्म को लेकर चलने वाला तथा मुख्यरूप से विधानसभा क्षेत्र का मूलनिवासी होने का ही ज्यादा तरजीह दी है।
हमारा जन प्रतिनिधि संवेदनशील एवं सक्रिय हो, साथ ही स्थानीय हो, जन समस्याओं को हल कराने का प्रयास करने वाला होना चाहिए, रोज़गार का अवसर प्रदान कराने वाला हो। साथ ही प्रदेश का मुखिया छात्रों को शिक्षा एवं छात्रवृत्ति देने वाला तथा बुजुर्गों को पेंशन, गरीबों को आवास देने वाला भी होना चाहिए।
-(सुधीर कुमार)
हमारा जन प्रतिनिधि ऐसा होना चाहिए की वो जनता के मध्य जनसंपर्क करके उनकी मूलभूत सुविधाओं का निस्तारण करे न कि दूरी बनाकर रखे। साथ ही स्थानीय होना चाहिए, जिसने विधानसभा की समस्याओं को महसूस किया है, वही उसका समाधान कर सकता है। चुनाव जीतने के बाद जनता के बीच नही होना सबसे बड़ी समस्या है इसलिए हमें ऐसा विधायक चाहिए जो जितने के बाद जनता के बीच जाकर उनकी समस्या का निस्तारण करे।वर्तमान में बेरोजगारी चरम सीमा पर है। हमें वह सरकार चाहिए जो हम युवावों का रोज़गार सुनिश्चित करे। हम युवा हैं इसलिए मेरी प्राथमिकता रोजगार है। हम सर्वप्रथम युवा सरकार चाहते हैं, जो युवा पीढ़ी की के बारे में सोचे, काम करे।
-(आदित्य चौधरी)
हमारा जन प्रतिनिधि शिक्षित एवं ईमानदार हो, विधानसभा क्षेत्र का मूल निवासी हो नकि बाहर से आकर सिर्फ सत्ता का सुख भोगने आया हो। जन समस्याओं के समाधान के लिए जनपद से लेकर प्रदेश स्तर तक प्रयास करने वाला, ग्रामीण विकास को प्राथमिकता देने वाला ही विधायक हो,आने वाली सरकार बढ़ती बेरोजगारी पर लगाम लगाने वाली हो।
स्वास्थ, शिक्षा, रोजगार, पुरानी पेंशन और सामाजिक न्याय पर ध्यान देने वाली सरकार ही चुनेंगे।-
(विक्की कुमार शर्मा)
हमारा विधायक पढ़ा-लिखा, कर्मठ एवं मिलनसार होना के साथ ही स्थानीय होना चाहिए। क्योंकि स्थानीय व्यक्ति ही विकास एवं जनता की समस्याओं को हल कर सकता है। जातीयएवं धार्मिक समभाव रखने वाले, जन समस्याओं के प्रति जागरूक एवं जन संपर्क रखने वाले विधायक की आवश्यकता है। आने वाली सरकार रोजगार एवं मंहगाई पर विशेष ध्यान देने वाली होनी चाहिए। रोजगार के साथ पुरानी पेंशन भी महत्त्वपूर्ण मुद्दा है, संविधान के लक्ष्यों के प्रति ईमानदार एवं समतामूलक समाज की स्थापना के लिए प्रतिबद्ध राजनीतिक दल की सरकार चाहिए।-
(सोनु कुमार)
हमारा जन प्रतिनिधि समाजसेवी, शिक्षित और सकारात्मक सोच वाला होना चाहिए। स्थानीय समस्याओं एवं मुद्दों पर बात करने वाले को ही विधायक बनाना है। विधायक की भूमिका जनसेवा में सदा सक्रिय एवं अपने क्षेत्र में सदा संपर्क रखने वाले व्यक्ति की होनी चाहिये। देश में तीव्र गति से बढ़ती बेरोजगारी एक विकराल समस्या है। रोजगार के लिए काम करने वाली सरकार चुनेंगे। शिक्षा, रोजगार, सुरक्षा विशेष रूप से महिला सुरक्षा, पुरानी पेंशन पर ध्यान देने वाली, कुल मिलाकर लोककल्याणकारी कार्य करने वाली सरकार चाहिए।
-(श्वेता चौरसिया)हमारा जनप्रतिनिधि युवा, उत्साही एवं शिक्षित एवं मिलनसार हो, स्थानीय व्यक्ति ही होना चाहिए। विधायक की भूमिका समाज के नेतृत्वकर्त्ता की होनी चाहिए। बढ़ती बेरोजगारी, महंगाई और निजीकरण ने सभी को परेशान कर दिया है। हम युवा पीढ़ी प्रथम बार चुनाव में भाग लेने जा रहे हैं इसलिए हम चाहते हैं कि हमारी सरकार ऐसी हो जो सबसे अधिक हमारी शिक्षा और स्वास्थ्य पर ध्यान दे क्योंकि शिक्षा के द्वारा हम किसी भी मुकाम को हासिल कर सकते हैं। इसीलिए हम एक ऐसी सरकार चाहते हैं जो शिक्षा पर बहुत अधिक ध्यान दें तथा बच्चों को प्रोत्साहन करने हेतु अनेक ऐसे कार्यक्रम भी चलाएं जिससे बच्चे शिक्षा में रुचि ले।
-(अंजलि वर्मा)
हमारा जन प्रतिनिधि संवेदनशील, उदार, शिक्षित एवं प्रगतिशील विचारों का होना चाहिए। विधायक स्थानीय ही होना चाहिए। विधायक की जन आवश्यकताओं के प्रति संवेदनशील एवं जनता के साथ मित्रतापूर्ण भूमिका होनी चाहिए। बेरोजगारी, महंगाई एवं पुरानी पेंशन चुनाव के मुख्य मुद्दे रहेंगे। विकास की आधारभूत संरचनाओं में स्वास्थ्य, शिक्षा एवं सड़क के क्षेत्र में सुधार बहुत जरूरी है।
-(शिवांगी गोंड)
शिक्षित, योग्य, ईमानदार एवं स्थानीय व्यक्ति को जन प्रतिनिधि होना चाहिए। विधायक अपने आप को जनता के प्रति उत्तरदायी समझ कर जन समस्याओं को प्राथमिकता के आधार पर हल कराने का प्रयास करने वाला होना चाहिए। विधायक को जातीय एवं धार्मिक पूर्वाग्रह से मुक्त रहते हुए पूरे क्षेत्र के विकास एवं कल्याण पर ध्यान देना चाहिए। सरकार को शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, सामाजिक सुरक्षा जैसे- पुरानी पेंशन, विकास आदि पर ध्यान देना चाहिए, न कि मंदिर-मस्जिद पर। क्षेत्र की जर्जर सड़कों पर विशेष ध्यान देने वाला जैसे- सिकंदरपुर- कास्मापुर मार्ग पर
-(दुर्गावती तिवारी)
जन प्रतिनिधि ईमानदार, समाजसेवी और स्वच्छ छवि वाला होना चाहिए। स्थानीय व्यक्ति ही स्थानीय समस्याओं को हल करा सकता है। विधायक की भूमिका लोककल्याणकारी राज्य की स्थापना के लिए काम करने वाली की होनी चाहिए।विधायक को जाति, धर्म आदि के भेदभाव से मुक्त रहकर काम करना चाहिए। बेरोजगारों की बढ़ती संख्या गंभीर चिंता का विषय है। इस चुनाव में बेरोजगारी,महंगाई, शिक्षा एवं स्वास्थ्य के क्षेत्र पर सरकार द्वारा पर्याप्त ध्यान न दिया जाना, पुरानी पेंशन की बहाली आदि के मुद्दे पर मतदान होगा।संविधान की सुरक्षा एवं सामाजिक सौहार्द की स्थापना पर सरकार को विशेष ध्यान देना चाहिए।
-(आनन्द कुमार गुप्ता)
जन प्रतिनिधि जनता की सारी समस्याओं को सुनने वाला हो। जन प्रतिनिधि स्थानीय हो, ताकि अपने विधानसभा में तमाम समस्याओं जैसे- शिक्षा , स्वास्थ्य, आदि पर विशेष ध्यान दे सके।
नव निर्वाचित विधायक को सभी क्षेत्रीय समस्याओं को दूर करने की कोशिश करनी चाहिए। बेरोजगारी तेजी से बढ़ रही है, रोजगार उपलब्ध करा कर इसे रोका जाना चाहिए। नई भर्तियों पर ध्यान दिया जाय। हर युवा को रोजगार मिले और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सर्व सुलभ हो , निजी क्षेत्र में रोजगार के साधन बढ़ाए। हर घर में बिजली मुहैया कराए ,हर घर में शुद्ध जल की सुविधा उपलब्ध कराए, तथा सभी सामाजिक बुराइयों को दूर करे।
-(बृजेश चौहान)
हमारा जन प्रतिनिधि ईमानदार, शिक्षित, कर्मठ एवं स्थानीय होना चाहिये। हमारे जन प्रतिनिधि को बेरोजगारी को दूर करने का प्रयास करना चाहिए, ग्रामीण क्षेत्र में विकास पर ध्यान देना चाहिए।
देश में बेरोजगारी खूब बढ़ी है, निजीकरण से भी सरकारी नौकरियों में बहुत कमी आई है। इस बार रोजगार, मंहगाई एवं पुरानी पेंशन की बहाली पर मतदान होगा। नई सरकार को समाज के कमजोर वर्गों, किसानों, युवाओं एवं छात्रों पर ध्यान देने की जरूरत है।
(संदीप कुमार)
हमारा जन प्रतिनिधि शिक्षित, जनता के बीच रहने वाला समाजसेवी एवं स्थानीय होना चाहिए। सामाजिक कुरीतियों को दूर करने एवं विकास गतिविधियों को बढ़ाने में विधायक की महत्त्वपूर्ण भूमिका होनी चाहिए। बढ़ती बेरोजगारी को रोकने वाली सरकार चाहिए। स्वास्थ्य, शिक्षा, रोजगार, ग्रामीण विकास एवं सभी को आवास पर ध्यान देने की जरूरत है।
-(राजकुमार कुशवाहा)
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