हल्दी,बलिया उत्तर प्रदेश। क्षेत्र के सोनवानी स्थित क्षेत्रीय गांधी आश्रम अपनी बदहाली पर आंसू बहाता नजरआ रहा है।दो अक्टूबर गांधी जयंती को गांधी आश्रम बन्द हुए पूरे लगभग दो साल हो गया।
रिपोर्ट/सन्तोष तिवारी
गांधी आश्रम का बिल्डिगं भी पूरी तरह जर्जर हो गया है।वहीं परिसर में घास-फुस जगंल जैसा हो गया है।शासन की उदासीनता के चलते गांधी आश्रम सैकड़ों ग्राहक मायूस है,खादी का कपड़ा लेने के लिए जिला मुख्यालय जाना पड़ता है। खादी वस्त्र बना कर एक स्वावलंबी राष्ट्र बनाने के साथ परिवार की आजीविका चला रहे थे, वे थम सा गया हैं।
वहीं बिगहीं गांव निवासी छितेश्वर तिवारी भुल्लू ,बबुआपुर निवासी ठनठन पान्डेय, आदि लोगों ने बताया कि गांधी आश्रम सोनवानी की स्थापना लगभग 1975 में
की गयी थी,जो कि बिगत लगभग दो वर्षों से बन्द पड़ा है।उसकी बिल्डिगं पूरी तरह जर्जर हो गयी है।वहां के कर्मचारी ताला बन्द करके चला गया तबसे यहां कोई आया ही नही।
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