सुखपुरा(बलिया) : पुलिस प्रशासन द्वारा संयुक्त किसान मोर्चा के तीन किसान नेताओं को गुरुवार की शाम से की गयी नज़रबन्दी रविवार को भी जारी है।तीन दिनों से अपने घरों में नजरबंद किसान नेता यमुना प्रसाद वर्मा ने कहा कि प्रशासन द्वारा की गयी यह नजरबंदी आपातकाल की याद दिला रही है।जब तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने देश में आपातकाल लगाकर लोकतंत्र की गला घोंट दिया था।
आज फिर वैसा ही आचरण यह सरकार किसानों के साथ कर रही है।यह किसी तरह उचित नहीं है और इसका खामियाजा प्रदेश और केंद्र की भाजपा सरकारों को भुगतना होगा।जिन किसान नेताओं को नज़रबंद किया गया है उनमें अखिल भारतीय किसान सभा के जिला मंत्री व बोड़िया के यमुना प्रसाद वर्मा,किसान मजदूर शोषित गरीब असहाय संगठन के जिला अध्यक्ष शिव बहादुर यादव एवं संगठन मंत्री रामनाथ यादव निवासी गण अपायल प्रमुख रुप से शामिल हैं।
नजरबंदी के दौरान पुलिस प्रशासन ने उनके आवास पर 1-1पुलिस कांस्टेबल की तैनाती की है। नजरबंदी में किसान नेताओ से परिवार के सदस्यों के अलावे अन्य किसी से मिलने नहीं दिया जा रहा है।नजर बंदी को लेकर किसान नेताओं ने सरकार की इस अनैतिक कार्यवाही की तीब्र भर्त्सना की है।किसान नेताओं ने कहा कि सरकार चाहे कुछ भी कर ले किसानों की आवाज को दबा नहीं पाएगी।
किसान आखरी दम तक लड़ने को तैयार हैं।नजरबंदी की भर्त्सना करने वालों में विप्लव सिंह,पारसनाथ सिंह,विक्रमा राम,शिवजी राम,दीनानाथ सिंह,सुरेश राजभर, गुलामन राजभर,राजू सिंह,फुलमुहम्मद आदि शामिल हैं।
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