सिकन्दरपुर,बलिया।।
लखीमपुर खीरी प्रकरण में पीड़ितों के हाल-चाल लेने के लिए जा रहे अखिलेश यादव के गिरफ्तारी के विरोध में, सपा नेता डॉ सय्यद शुऐबुल इस्लाम के नेतृत्व में दर्जनों सपा कार्यकर्ता उनके जलालीपुर स्थित कार्यालय पर जमा हो गए।
रिपोर्ट/इमरान खान/मनीष गुप्ता
जिसकी भनक किसी तरह चौकी प्रभारी सिकन्दरपुर मुरारी मिश्र को लग गई तथा तत्काल वह दलबल के साथ मौके पर पहुंच गए और सपा नेता डॉ सैयद शुएबुल इस्लाम को नजर बंद कर दिया।
इस दौरान पत्रकार वार्ता में डॉ सैयद शुएबुल इस्लाम नें बताया कि मैं चौकी प्रभारी महोदय से आग्रह करता रह गया कि मुझे घंटे भर का समय दिया जाए ताकि मैं बांसडीह तहसील क्षेत्र में एक पूर्व निर्धारित कार्यक्रम में सम्मिलित होकर चला आता हूं,उसके बाद मुझे तत्काल उपजिलाधिकारी सिकन्दरपुर को लखीमपुर खीरी प्रकरण में राज्यपाल महोदय को प्रेषित पत्रक भी सौंपना है। परंतु चौकी प्रभारी महोदय द्वारा मेरी एक बात नहीं मानी गई और उन्होंने मुझे दिन भर हाउस अरेस्ट करके रखा।
इससे यह साबित होता है कि इस सरकार में अभिव्यक्ति की आजादी पर कितनी पाबंदियां लगा कर रखी गई है जब एक जन नेता का यह हाल है तो आम जनता का क्या होगा। सरकार दमनकारी नीति अपना रही है जिसका अंत 2022 में हो जाएगा। एक बार पुनः अखिलेश यादव की सरकार बनेगी।
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वहीं सोमवार की शाम को ही प्रशासन के निगरानी में स्थानीय तहसील सभागार में अपने समर्थकों के साथ पहुंच कर डॉ सैयद शुएबुल इस्लाम ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष की रिहाई वह दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने के लिए राज्यपाल को प्रेषित पत्रक उपजिलाधिकारी सिकंदरपुर प्रसांत कुमार को सौंप दिया।
इस मौके पर हरि शंकर यादव, अजीत कुमार तिवारी, कृष्ण कुमार यादव, रवि यादव, रामाशीष, राकेश यादव, फिरदौस अख्तर, अशोक यादव सहित दर्जनों कार्यकर्ता मौजूद रहे।
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