क्षेत्रीय लोगो का कहना है कि आखिर वह कौन सा कारण है कि गाजीपुर से हाजीपुर एनएच 31 मार्ग को बनने में वर्षो वर्ष लगने के बावजूद भी स्थिति जस की तस है।
मांझी से बैरिया की दूरी मात्र 12 किलोमीटर है परंतु इस मार्ग पर यात्रा करना इतना भयावह बनता जा रहा है कि जान जोखिम में डालकर लोग अपनी यात्रा को जैसे तैसे पूरा करने को विवश है।
सड़क के गड्ढो की भराई में भी कुछ भ्रष्ट अधिकारी अपना-अलग मोनोपोली बनाकर धन का बन्दरबाट कर ले रहे है।
स्थानीय बाजार में एक पखवारा पूर्व क्षेत्रीय विधायक के सख्त तेवर अपनाने व एनएचआइ के अधिकारियो को अपने साथ कीचड़ में घुमाने के बाद गड्ढों को भरने के नाम पर उसे गिट्टी डालकर मिट्टी से पाट दिया गया।
लगातार बरसात से मिट्टी की वजह से पूरा बाजार कीचड़ से पट गया है।
जिससे लोगो का पैदल व सायकिल मोटरसायकिल से चलना काफी दुरूह बन गया है।लोगो का कहना है कि इन भ्रष्ट अधिकारियो ने अपनी नैतिकता को ताक पर रखकर गिट्टी की भस्सी की जगह मिट्टी डालकर सड़क को गड्ढा मुक्त कर दिया गया।
सड़क पिचिंग का हाल यह है कि सौ दिन चले ढाई कोस की तर्ज पर काम हो रहा है।सड़क आगे बनती हुई सरकती जा रही है और पीछे से पैचिंग किया हुआ सड़क पहली ही बरसात में अपने पुराने वजूद में आने लगा है।
चार दिन से रुक-रुक कर हो रही बारिश ने गड्ढा भराई की गुणवक्ता की पोल खोल दिया है। स्थिति ये है कि जगह-जगह पुनः गड्ढा बनने लगे है।
क्षेत्रीय प्रबुद्ध लोगों का कहना है कि पैचिंग के इस कार्य में मानक और गुणवक्ता का कही कोई ख्याल नही रखा गया है।
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