सिकन्दरपुर,बलिया।। बैंक ऑफ इंडिया के शाखा प्रबंधक नें ग्राहक से मारपीट मामले पर पूछे जाने पर बताया है कि खाताधारक ने कोविड प्रोटोकाल का उल्लंघन करते हुए मुुुझ से गाली गलौज व मारपीट की जिसके वजह से मेरा मास्क़ व शर्ट फट गया इसके वजह से कर्मचारियों ने उक्त खाताधारक को बैंक के अंदर ही रोक कर स्थानीय पुलिस को बुलाया व उनके हवाले कर दिया।
खाता धारक ने गलत आरोप लगाते हुए व अपना बचाव करने के लिए उल्टा ही मेरे ऊपर आरोप लगा दिया।
वहीं बैंक के पास मौजूद प्रत्यक्ष दर्शियों व खाताधारकों ने मारपीट के आरोप को गलत बताया।
ये है पूरा मामला
दरासल हुआ यूं कि तहसील क्षेत्र के संदवापुर निवासी वीरेंद्र प्रजापति ने 28 अप्रैल को 40000 रुपये फिक्स किये थे लेकिन प्रिंटर ठीक न होने के वजह से कागजात मिल नही पाए जिसको लेकर वीरेंद्र बिना मास्क के बैंक के अंदर पहुंच गए ।
जिसको लेकर शाखा प्रबंधक ने कहा कि आप मास्क लगा के आइये वीरेंद्र प्रजापति को ये बात नागवार गुजरी और वो बेकाबू हो गया गाली गलौज कर हाथापाई पर उतारू हो गया जिसको लेकर बैंक कर्मचारियों से कहा सुनी व धक्का मुक्की हई और उन्होंने खाताधारक को पुलिस के हवाले कर दिया।
लेकिन वही शाखा प्रबंधक ने उसको पुलिस द्वारा माफ् करते हुए शाम तक छुड़ा भी दिया सवाल ये उठता है कि जब बैंक कर्मियों ने मास्क के लिए बोला तो उन्हों नें उच्चधिकारियों से शिकायत के जगह पर मारपीट क्यो की जबकि ऑनलाइन शिकायत की सुविधा होती है।
वही एक और खाता धारक पुष्कर कुमार का कहना है
कि उक्त व्यक्ति को बैंक में नही उलझना चाहिए था।
जिन्होंने वीरेंद्र की अभद्रता करते हए देखा ।
शाखा प्रबंधक संजय राय ने बताया कि वीरेंद्र आये तो मैंने कहा अरे मास्क लगा के तो आइए लेकिन वो माने नही और अपने कागजात को लेकर उल्टा सीधा बोलने लगे हमने उनको बताया कि कुछ कारण वश कागजात नही बन पाया है आपका फिक्सड का कागज 31 तारीख को मिल जाएगा व आपका डेट जिसदिन आपने जमा किया था वही रहेगा लेकिन वो सुनने को तैयार नही थे और बैंक कर्मियों के साथ अभद्रतापूर्ण व्यहार शुरू कर दिया जिसके वजह से हमे चैनल बन्द कर पुलिस बुलाना पड़ा उन्होंने कहा कि अगर मेरे ऊपर कोई आरोप मारपीट का लगाता है तो मुझसे बात व पूरी जांच कर कोई भी टिप्पणी करना चाहिए हम बैंक कर्मी अपनी ड्यूटी पूरी ईमानदारी से करते है तो भी हमे ही आरोपित किया जाता रहा है।
चौकी प्रभारी अमरजीत यादव ने कहा कि वीरेंद्र ने बैंक के अंदर मारपीट की जिसे उसे नही करना चाहिये शाखा प्रबंधक के द्वारा कोई लिखित तहरीर नही दी गई बल्कि ये एक सुरक्षात्मक कार्यवाही थी कि कोई बैंक में अभद्रता व गलत हरकत न करे।
रिपोर्ट :- रजनीश श्रीवास्तव
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