बैरिग बलिया। यास चक्रवात की वजह से अनवरत हो रही बरसात से जयप्रभा सेतु के दक्षिणी मुहाने पर ध्वस्त एप्रोच मार्ग की मरम्मती के लिए शनिवार की सुबह से ही युद्धस्तर पर काम शुरू कर दिया गया। यूपी एनएचएआई के इंजीनियरों की देखरेख में क्रेन जेसीबी लोडर व डंपर के सहारे टूटी सड़क को मिट्टी व कंकड़ आदि डालकर समतल किया जा रहा है। मरम्मत के काम में लगे अधिकारियों ने बताया कि यदि मौसम ने साथ दिया तो शनिवार की देर शाम तक आवागमन पूर्ववत बहाल कर दिया जाएगा। मालूम हो कि लगातार हो रही वर्षा की वजह से शुक्रवार की सुबह जयप्रभा सेतु के दक्षिणी मुहाने पर बना एप्रोच मार्ग बुरी तरह कट कर क्षतिग्रस्त हो गया था। बाद में स्थानीय सोशल मीडिया तथा समाचार माध्यमों से यूपी बिहार का सड़क सम्पर्क भंग होने की खबरों के बाद एनएचएआई हरकत में आया तथा बारिश थमने के बाद सड़क मरम्मत की दिशा में प्रयास शुरू कर दिया गया। उधर एप्रोच मार्ग के क्षतिग्रस्त होने के बाद हालात के मद्देनजर यूपी व बिहार की पुलिस ने भारी वाहनों को अपनी अपनी सीमा क्षेत्रों में तत्काल रोक लगा दिया अन्यथा बड़ी अनहोनी हो सकती थी। लगभग 30 घण्टों से जयप्रभा सेतु होकर परिचालित भारी वाहनों का आवागमन ठप कर दिए जाने से छपरा शहर से लेकर बैरिया तक सैकड़ों ट्रक आदि फंसे पड़े हैं। सामान लादकर खड़े ट्रक संचालक मरम्मत कार्य पर पैनी नजर लगाए हुए हैं। कई ट्रक संचालकों ने बताया कि ट्रक पर लदा कच्चा माल खराब होने का खतरा है तो दूसरी तरफ कइयों का कहना था कि परमिट व पासिंग की समस्या से उन्हें दो चार होना पड़ेगा। सड़क मरम्मती कार्य के बावजूद छोटे वाहनों को क्रमशः पार कराया जा रहा है जिससे सब्जी व दूध फल आदि की सप्लाई पर असर नही पड़ा है।
इस बीच दुबारा वर्षा होने पर सेतु के ऊपर जमा मिट्टी की वजह से होने वाला जलजमाव मेंहनत पर पानी फेर सकता है। बताते चले कि मांझी रेल लाइन के निर्माण कार्य हेतु बैरिया की तरफ से प्रतिदिन दर्जनों डंपर व ट्रैक्टरो से मिट्टी की ढुलाई की जाती है। मिट्टी ढुलाई के दौरान जयप्रभा सेतु पर गिरकर मिट्टी सड़क किनारे काफी मात्रा में जमा हो गई है। मिट्टी जमा होने के कारण अंडरपास दर्जनों नली के ऊपर पानी जमा हो जा रहा है। लगातार वर्षा होने के बाद सेतु के ऊपर का पानी धारा प्रवाह के साथ तेज गति से दोनों तरफ एप्रोच मार्ग पर गिरता है इसी वजह से आए दिन एप्रोच मार्ग के सड़क का किनारा ध्वस्त होकर आवागमन को प्रभावित करता है। स्थानीय लोगों का कहना है कि बन्द नालों को खोलने के लिए सेतु पर जमा मिट्टी यदि नही हटाई गई तो एप्रोच सड़क का दुबारा जुलाई अगस्त में बारिश के दिनों में क्षतिग्रस्त होना तय है। लोगो ने इसके स्थायी समाधान के लिए दोनों तरफ के एप्रोच सड़क की मजबूत बोल्डर पीचिंग की भी मांग कर रहे हैं। भाजपा विधायक सुरेन्द्र सिंह ने भी शुक्रवार को एप्रोच मार्ग कटने से जय प्रभा सेतु से आवागमन ठप होने की सूचना पर मौके पर पहुंचकर अधिकारियों से यही मांग उठाई थी कि एप्रोच को बोल्डरों से भरकर उसपर मजबूत पिचिंग किया जाय जिससे बरसात के दिनों में दुबारा एप्रोच मार्ग कटने की संभावना न रहे। जो भी काम हो पक्का होना चाहिए। एनएचआई के अधिकारियो ने विधायक को आश्वस्त किया कि जो भी काम होगा वह पूरी मजबूती से होगा। विगत तीन दिनों से लगातार बारिश से यूपी बिहार दोनों तरफ की एप्रोच मार्ग को काफी नुकसान पहुंचा है।
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