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राज्य वित्त/चौदहवी वित्त योजना अन्तर्गत पक्के कार्यो के नाम पर लाखो का गवन



एजाज अहमद के साथ मोहम्मद सरफराज की रिपोर्ट

बलिया।। जनपद बलिया मे मनियर विकास -खंण्ड क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम पंचायत सुल्तानपुर में हुए करोड़ों रुपए के सरकारी धन का बंदर-बांट करके गांव के लोगों को सड़क नाली हैंड पप्प , शौचालय जैसे गंभीर समस्याओं से वंचित रखा गया है। 



ग्रामीणों का यह आरोप है कि प्रधान व ग्राम पंचायत सचिव के आपसी मिली भगत के तहत घोटाला किया गया है।

 जिसकी जांच जिला अधिकारी महोदय बलिया को शिकायती प्रार्थना पत्र पुरुषोत्तम सिंह एवं ग्रामीणों के हस्ताक्षर से दिया गया है जिसकी जांच अभी तक नहीं होने से ग्रामीणों में काफी आक्रोश है।

हकीकत जानने के लिए जब मीडिया कर्मी गांव में पहुंचा तो ग्रामीणों में आक्रोश देखने को मिला गांव में हुए 52 कार्यों का मौके पर पता तक नहीं चला सिर्फ कागजों में ही खानापूर्ति की गई है।

ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि फर्जी तरीके से खाते से धन निकालकर कुछ प्रमुख सरकारी औपचारिकताएं भी पूरा नहीं किया गया है।

जिनका विवरण निम्न है- पहला राज्य बीत/ 14वां वित्त के अंतर्गत कराए जाने वाले कार्यो के निर्देशों  को दरकिनार करके कई ऐसे कार्य कराए गए हैं जो कि शासन से प्रतिबंधित है। 

दूसरा- प्राप्त जानकारी के अनुसार कई कार्यों के स्टीमेट एवं एम०बी० भी० नहीं कराई गई है, और धन निकाल लिया गया है।

तीसरा- एस्टीमेटो पर सक्षम तकनीकी प्रशासनिक/ अधिकारियों से स्वीकृति नहीं ली गई है।

चौथा- किसी भी कार्य स्थल पर कोइ साइन बोर्ड नहीं लगाया गया है।

पांचवा- ग्राम पंचायत में सरकार के निर्देशानुसार पारदर्शिता के दृष्टिगत रखकर किसी भी सार्वजनिक स्थल पर कराए गए कार्य ,स्थल, लागत विषयक कोई पेंटिंग नहीं कराई गई है।

छठा- ग्राम पंचायत के कार्यों के संपादन से पूर्व प्रति-वर्ष अखबारों में अल्पकालीन निविदा के तहत सामग्रियों की आपूर्ति हेतु कोई टेंडर की औपचारिकताए पूरी नहीं की गई है।

सातवां- सोलर लाइट/ स्ट्रीट लाइटों की खरीद 'नेडा'( सरकारी संस्था)से न करके प्राइवेट दुकानदारों से अधिक लाभ पाने की मंशा से केवल कागज पर "खरीद" दिखाया गया है।

आठवां- खरीदे गए सोलर/ स्ट्रीट लाइट को कहां-कहां किन- किन स्थानों पर लगाया गया इसकी औपचारिकताएं भी पूरी नहीं की गई है।

नौवां- हमारे ग्राम पंचायत सुल्तानपुर से लगे रिंग बंधा (रिगवन से जयनगर मार्ग पर लगे खड़ंजा के इटो को उखडवा कर लगभग 300 मीटर लंबाई में पीर बाबा स्थान से जगत सिंह के घर तक रिग बंधा के ईट उखाड़ निजी प्रयोग में लाया है।)

दसवां- सांसद निधि/ विधायक निधि योजनार्गत कराए गए कार्य पर उनके नाम में आशिक परिवर्तन करके उन कार्यों का लाखों का भुगतान राज्य वित्त /चौदहवा विता से निकालकर सरकारी धान का अपहरण किया गया है।

ग्यारहवां- ग्राम पंचायत सुत्तानसर  बाजार में लगे पुराने खड़ंजे के इटो को उखाड़ कर अपने निजी कार्य में लगा दिया गया है। उपरोक्त दोनों बातों की पुष्टि स्थल के अगल-बगल के लोगों से मौका/ पूछताछ कर किया जा सकता है।

बारहवां- ग्राम पंचायत में पहले से स्थापित लगभग 25 इंडिया मार्क 2 हैंडपंप की मरम्मत के नाम पर लाखों रुपए निकाल लिया गया है।

तेरहवां- ग्राम पंचायत विभिन्न स्थानों पर सोखता निर्माण पर लाखों रुपए निकाल लिया गया है।

चौदहवां- सोखता का  निर्माण किन किन स्थानों पर हुआ है यह दर्शाए नहीं दिया है।

पन्द्रहवां- 

(1) ग्राम पंचायत सुल्तान में मनरेगा योजनार्गत ऐसे कार्यों के नाम पर धन निकाल लिया गया है जिस पर कोई कार्यवाही नहीं कराया गया है।

(2) इसी प्रकार कुछ ऐसे मार्ग (कच्ची सड़क) बन्धा, जो पहले से बने हैं। उनका कार्यों को अलग-अलग पार्ट/ नामकरण करके लाखों का धन अपहरण कर लिया गया है।

(3) मनरेगा के अंतर्गत ग्राम प्रधान द्वारा अपने से जुड़े कुछ ऐसे लोगों का जाब कार्ड बनाकर उनके नाम पर धन आहरण किया जाता है जो कि आज तक कभी काम नहीं किए/ कर सकते हैं। इसी क्रम में कुछ संपन्न संग्राम परिवार के महिलाओं/ पुरुषों के नाम जॉब कार्ड बनवा कर व्यक्तिगत लाभ लिया जा रहा है।

(4) जाब कार्ड श्रमिकों (अपने मनचाहे) के खातों में मजदूरी का धनराशि पहुंचाने पर अपने दबंग साथियों को लगाकर बैंक से धनराशि श्रमिकों को उन्हें 200 से 300 देकर बाकी रुपए वसूल लिया जाता है।

प्रियासॉफ्ट वेबसाइट में अंकित कराए गए कार्यों के विरुद्ध दर्शाए गए व्यय धनराशि के सम्मुख दर्ज किए जा रहे आपत्तियों का दृष्टिगत रखकर कृपया सघन पूछताछ /मूल्यांकन/ परीक्षण/ जांच करने की कृपा करें।

*क्रम संख्या- 1*1

कार्यक्रम का नाम- रामाशंकर के घर से अर्जुन राम  के घर तक खड़ंजा निर्माण का कार्य - 


दर्शाई गई भुगतान राशि/ वित्तीय वर्ष -

 2018-2019 रुपए 196082  -  विवरण

 - कार्यस्थल पर कोई किसी प्रकार का कार्य नहीं कराया गया है।

क्रम संख्या-2

कार्य का नाम

हरे राम चमार के घर से किशोर गोड़ के घर तक नाली खड़ंजा निर्माण का कार्य 

 दर्शाई गई भुगतान राशि/ वित्तीय वर्ष-

 2018-2019 रुपए 334965 -

 विवरण कार्यस्थल पर किसी प्रकार का कार्य नहीं कराया गया है।

क्रम संख्या-3

कार्य का नाम- 

 बालेश्वर हरिजन के घर से वीर बाबा की स्थान तक इंटरलॉकिंग  नाली निर्माण कार्य

दर्शाई गई भुगतान राशि/ वित्तीय वर्ष-2016-2017 रु०534300=00

विवरण कार्य तो हुआ है लेकिन पुणे आंशिकनाम  में बदल परिवर्तन करके दुबरा जो क्रम संख्या 4 पर है।

क्रम संख्या 4

कार्य का नाम

राम रस के घर से तूफानी के घर तक इंटरलॉकिंग कार्य

दर्शाई गई भुगतान राशि/ वित्तीय वर्ष

2018-2019रु०376812=00

विवरण

क्रम संख्या तीन के नाम का परिवर्तन करके दोबारा अपहरण किया गया है।

क्रम संख्या 5

कार्य का नाम

मुन्ना गोड के घर से मंटू राजभर के घर तक इंटरलॉकिंग कार्य

दर्शाई गई भुगतान राशि वित्तीय वर्ष

2018-2019 रु० 245248=00

विवरण

कार्य स्थल पर किसी प्रकार का इंटरलॉकिंग कार्य नहीं कराया गया है।

क्रम संख्या 6

कार्य का नाम

मुन्ना गोड के घर से उर्मिला देवी के घर तक इंटरलॉकिंग कार्य

दर्शाई गई भुगतान राशि/ वित्तीय वर्ष

2019-2020 रु० 245248=00

विवरण

क्रम संख्या 5 के पुनः प्रोजेक्ट के आशिकनाम  से परिवर्तन किया गया है कार्यस्थल पर किसी प्रकार का कार्य नहीं कराया गया है।

क्रम संख्या 7

कार्य का नाम

शिव शंकर के घर से मां सती स्थान तक इंटरलॉकिंग कार्य

 दर्शाई गई भुगतान राशि/ वित्तीय वर्ष

2018-2019रु०153653=00

विवरण

 कार्य स्थल पर कोई कार्य नहीं कराया गया है।

क्रम सं०8 

कार्य का नाम

कालीस्थान से पप्पू जी के घर तक मिटटी एवं खडंजा निर्माण कार्य

दर्शाई गई भुगतान राशि वित्तीय वर्ष

2018-2019 रु०47757=00

विवरण

कार्य स्थल पर कोई कार्य नहीं कराया गया है।

 क्रम संख्या 9

कार्य का नाम

कामता के घर से रामनाथ के घर तक खड़ंजा निर्माण कार्य

दर्शाई गई भुगतान राशि/ वित्तीय वर्ष

2018-2019रु०40370=00

विवरण कार्य स्थल पर कोई कार्य नहीं कराया गया है।जनता में आक्रोश है।















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