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बरसात के दिनों में जलजमाव की समस्या को दूर करने के लिए DM सख्त




ग्रामीण क्षेत्र के एरिया में जिला पंचायत से बनेगा नाला

शहरी क्षेत्र में उसे जोड़कर जलनिकासी को बनाया जाएगा सुगम

तिखमपुर एरिया में कुछ ग्रामीण इलाका पड़ने पर हुआ विमर्श

बलिया: बरसात के दिनों में जलजमाव की समस्या को दूर करने के लिए जिलाधिकारी श्रीहरि प्रताप शाही कोई कोर कसर बाकी नहीं छोड़ना चाहते हैं। उनकी स्पष्ट मंशा है कि हर हाल में अप्रैल-मई से पहले आवश्यकतानुसार नालों का निर्माण कर कॉलोनियों की जल निकासी बेहतर बनाई जा सके।

 नाला निर्माण में नगर क्षेत्र के अलावा अगर कहीं ग्रामीण क्षेत्र की जमीन भी पड़ती है तो उस एरिया में जिला पंचायत के माध्यम से नाला का निर्माण कर उसे जोड़ा जाएगा।

इसी उद्देश्य से जिला पंचायत के हाल में  उन्होंने आधा दर्जन इंजीनियरों के साथ बैठक की। कहा कि इस कार्य में बढ़िया कांट्रेक्टर लग जाए तो निश्चित रूप से अच्छा व उपयोगी कार्य होगा। मंडी से एनसीसी तिराहा व कुंवर सिंह चौराहा होते कटहल नाला तक जल निकासी को बेहतर बनाना है। 

तकनीकी व व्यवहारिक दिक्कतों को दूर करते हुए इसके जरिए विभिन्न कालोनियों में जलनिकासी की समस्या को हर हाल में निपटा देना है। बैठक में तिखमपुर से एनसीसी तिराहा तक नाला बनाने वाली कर रही संस्था के ठेकेदार भी थे। डीएम श्री शाही ने उनसे कहा कि सीएनडीएस भी प्रोजेक्ट बना रहा है, उसमें अपेक्षित सहयोग कर जलनिकासी की बेहतर व्यवस्था में अपना भी योगदान दें। 

अन्य विभाग के इंजीनियर भी तकनीकी सहयोग में रहेंगे। महुवा मोड़ से तिखमपुर तक रोड की पूरी चौड़ाई को लेकर आई भ्रांति पर अपर मुख्याधिकारी रमेश सिंह को निर्देश दिया कि जिला पंचायत के रिकार्ड रूम को खोलवाएँ और देखें कि रिकार्ड में रोड की जमीन कहाँ तक है। बैठक में जिला पंचायत, लोनिवि, सिंचाई विभाग, सीएनडीएस के इंजीनियर थे।

स्कूलों के रास्ते के लिए मांगी सूचना

बलिया: डीएम श्रीहरि प्रताप शाही के निर्देश पर बीएसए शिवनारायण सिंह ने परिषदीय स्कूलों तक पक्के रास्ते के निर्माण के लिए विभागीय अधिकारियों व प्रधानाध्यापकों 20 जनवरी तक फोटो सहित प्रस्ताव मांगा है।

 बीएसए ने सोमवार को पत्र जारी कर कहा कि जिस विद्यालय पर आने जाने का रास्ता ठीक नहीं है उनके लंबाई-चौड़ाई की माप करा कर प्रस्ताव प्रस्तुत किया जाए। खंड शिक्षा अधिकारी इसकी मानीटरिंग करें। उन्होंने विवादित स्थलों का प्रस्ताव प्रस्तुत करना से मना किया है। इसके साथ ही अंग्रेजी व हिंदी माध्यम के 15-15 ऐसे विद्यालयों की सूची भी मांगी है जहां छात्र संख्या अधिक हो, विद्यालय बाउंड्री वॉल के अंदर हो और परिसर में रिक्त स्थान हो। ऐसे विद्यालयों में बच्चों के खेलकूद के लिए झूला आदि लगाने की योजना है।

 इसी क्रम में ऐसे स्कूलों का भी सूची मांगी गई है जहां पर महान विभूतियों ने अध्ययन किया हो। बीएसए ने सभी खंड शिक्षा अधिकारियों, जनपद व ब्लाक स्तरीय कायाकल्प टीम व प्रधानाध्यापकों को व्यक्तिगत रुचि लेकर यह कार्य अति शीघ्र कराने को कहा है।


मोहम्मद सरफराज, बलिया ब्यूरो

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