इस दौरान वक्ताओं ने केंद्र सरकार व प्रदेश सरकार पर जमकर भड़ास निकाला,वक्ताओं नें कहा कि यह बड़े ही दुर्भाग्य की बात है कि जहां पक्का पुल होना चाहिए था आज वहां पीपा पुल के लिए आम जनता को लड़ाई लड़नी पड़ रही है,और पक्के पुल के निर्माण में बन रहे पिल्लर भी टेढ़े हो गए हैं।
धरना सभा को संबोधित करते हुए पूर्व मंत्री जियाउद्दीन रिजवी ने प्रदेश की सरकार को निशाने पर लेटे हुए कहा कि, इलाकाई जनप्रतिनिधि के उदासीन रवैया के कारण पीपा पुल समय से चालू नहीं हुआ, पीपे के पुल को अक्टूबर महीने में बनकर तैयार हो जाना चाहिए लेकिन जनवरी माह में जैसे तैसे पीपे को जोड़कर उस पर चादर बिछा कर छोड़ दिया गया है।
नीचे दूर-दूर बल्लिया लगाई गई है रेलिंग नहीं बनाया गया है। जिससे लोगों को आने जाने में बहुत कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है आम जन जान जोखिम में डालकर पीपे के पुल पर आवागमन कर रहे हैं,कभी भी कोई भी बड़ी दुर्घटना हो सकती है।
मुख्य सड़क से पीपा पुल तक जाने वाली सड़क पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुकी है जिससे आए दिन दुर्घटना हो रही है।
खरीद गांव में बना गन्ना क्रय केंद्र पर ढूलाई की समुचित व्यवस्था नहीं है जिससे किसानों का गन्ना टालियों पर ही सुख रहा है जिसके कारण किसानों को भारी क्षति हो रही है।
धरना स्थल पर पहुंचे उप जिलाधिकारी अभय कुमार सिंह ने कहा कि धरना के माध्यम से मिले पत्रक को लेकर हम लोग गंभीर हैं, उन्होंने कहा कि श्रीरामपुर घाट पर ब्रिज बनना था जो कि कैंसिल कर दिया गया है वहां का सारा मटेरियल स्लीपर यहां पर लाकर ट्रांसफर कर दिया जाएगा।
यह आदेश भी हो गया है, 1 हफ्ते के अंदर सारे स्लीपर यहां पर लाए जाएंगे। तथा उसको व्यवस्थित कर दिया जाएगा। और जानमाल को होने वाली छती की संभावनाओं को समाप्त किया जाएगा। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी तथा मेरे दबाव बनाने पर कल से पीपे का काम चालू हो जाएगा।
पुल को जोड़ने वाली मुख्य सड़क क्षतिग्रस्त हो गई है उसको मैं स्वयं जांच कर कल ही पत्रक भेजूंगा। गन्ना मुद्दे पर भी कहा कि मैं इस मामले को भी आप लोगों को लिखित रूप से आश्वस्त कर लूंगा।
इन्हीं सभी आश्वासनों के बाद धरने को समाप्त करने की बात कही जिस को पूर्व मंत्री ने सर्वसम्मति से मानते हुए धरने को समाप्त करते हुए कहा कि उपजिलाधिकारी महोदय के बात पर समाजवादियों को पूरा भरोसा है, तथा धरने को समाप्त किया।
इस दौरान डॉक्टर मदन राय, रामजी यादव, विवेक सिंह, भीष्म यादव, मुन्नन सिंह, अनंत मिश्र, राम बचन यादव,फुन्नू राय, शिवजी यादव, कमलेश यादव, चंद्रमा यादव (CP), त्रिलोकी यादव, सरतेज यादव, खुर्शीद नेता, दिग्विजय सिंह, हैप्पी राय, अतुलेश यादव, दुबरी चौधरी, रोहित कुमार वर्मा, बृजेश,बुढ़ा यादव आदि लोग मौजूद रहे।
अध्यक्षता हीरालाल बंधु तथा संचालन मुनीलाल यादव ने किया।
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