चिलकहर(बलिया) समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के निर्देश पर 14 दिसम्बर को जिला मुख्यालय पर होने वाले धरना से पूर्व ही सपा के वरिष्ठ नेताओं को उनके आवास से गिरफ्तार करना या नजर बन्द करना अलोकतांत्रिक कदम है, यह कहना था सपा के युवा एवं जिला पंचायत सदस्य संजय यादव का जो किसान आंदोलन के समर्थन मे सपा द्वारा जनपद मुख्यालय पर आयोजित धरना प्रदर्शन मे जाने से पूर्व अपने आवास से जाते व्यक्त किये।
सपा युवा नेता श्री यादव ने कहा कि भाजपा सरकार का लोकतांत्रिक मूल्यों पर विश्वास रह गया है।वह दमन के रास्ते पर चल कर सत्ता में बनी रहना चाहती है लोकतंत्र में अपनी बात रखने सबको अधिकार है। उन्होंने ने कहा कि देश को खाने के लिए अन्न उत्पन्न करने वाला किसान आज भीषण जाडे मे भी देश की राजधानी एवं सीमाओं पर बैठा धरना प्रदर्शन पर बैठा हैं भाजपा उनकी आवाज दबाने का कुत्सित प्रयास कर रही है, किसानों की आवाज़ को ताकत देने के लिए सपा भी शांति पूर्ण तरीका से धरना देने की बात करती है फिर भी सरकार डर रही है।
उन्होंने कहा प्रदेश सरकार के मुखिया को यह समझ लेना चाहिए कि समाजवादियों को पुलिस के बल पर डरा धमका कर दबाया नही जा सकता है प्रदेश में सरकार कानून व्यवस्था के मुद्दे पर पूरी तरह से फेल है वह लाठी डंडे के बल पर राज करना चाह रही है। लेकिन सपाईयो को दमन के बल पर चुप नहीं कराया जा सकता।दमन जितना बढ़ेगा सपा का आंदोलन उतना ही प्रखर होगा।उन्होंने कहा कि सपा कृषि कानून का विरोध कर देश के किसानों द्वारा चलाये जा रहे आंदोलन का सार्थन करती है। पार्टी का मानना है कि नया कृषि कानून किसानों की दुर्दशा का कारण बन गया है।
मोहम्मद सरफराज, बलिया ब्यूरो
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