सिकन्दरपुर (बलिया) थाना क्षेत्र के नेमा का टोला गांव में बुधवार की मध्यरात्रि आधा दर्जन डकैतों ने एक घर मे डकैती डालने के नीयत से धावा बोल दिया। पर ग्रामीणों के सुझबूझ से वह डकैत डकैती करने में असफल हो गए। वहीं एक चोर को खेत में दौड़ा कर ग्रामीणों ने पकड़ लिया। ग्रामीणों ने पकड़ें गए चोर की जमकर आवाभगत भी किया। इसी दौरान डकैतों ने अपने साथियों को भगाने व छुड़ाने के नीयत से ग्रामीणों पर अंधाधुंध फायरिंग भी कर दी। जिसमें मकान स्वामी के छोटे अनुज गंभीर रूप से घायल हो गए।
घटना की सुचना पर गस्त पर निकली खेजुरी थाने की पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंच कर ग्रामीणों द्वारा पकड़े गए चोर को अपने कब्जे में ले लिया बाद में पहुंची सिकन्दरपुर थाने की पुलिस नें उसकी निशानदेही पर डकैती की योजना में शामिल अन्य दो डकैतों को भी गिरफ्तार कर लिया।
घटना की सूचना पाकर पुलिस अधीक्षक बलिया देवेंद्र नाथ भी मौके पर पहुंचकर पूरें मामलें की विस्तृत जानकारी ली।क्षेत्राधिकारी पवन कुमार,SHO बालमुकुंद मिश्रा भी मौजूद रहे।
(फोटो-केदार चौधरी)
प्राप्त सूचना के अनुसार थाना क्षेत्र के नेमा के टोला गांव निवासी दीनानाथ यादव पुत्र स्वर्गीय शंकर चौधरी बुधवार की रात खाना पीना खाकर अपने घर में सो रहे थे की इसी दौरान गांव के किसी अन्य व्यक्ति ने दीना चौधरी को मोबाइल फोन पर सूचना दिया कि आपके घर के बाहर 4 लोग खड़े हैं तथा इधर उधर झांक रहे हैं। सूचना पाकर दीना चौधरी अपने परिवार के लोगों के साथ घर के बाहर देखने के लिए आए तब तक चार चोर पश्चिम दिशा से दीवार फांद कर छत के रास्ते सीमेंट के करकट को हटा कर घर के अंदर घुस चुके थे। जिसके बाद परिजनों ने घर के कोने कोने तक चोरों को ढूंढा पर कहीं पता नहीं चला। इसी दौरान हो हल्ला सुनकर यह बात पूरे गांव में आग की तरह फैल गई तथा सभी ग्रामीण पुरुष महिलाओं ने लाठी डंडे लेकर दीनानाथ यादव तथा केदार चौधरी के घर को चारों तरफ से घेर लिया।
इसी दौरान बाहर खड़े एक डकैत ने अपने अन्य साथियों को फसता हुआ देख भीड़ पर धड़ाधड़ गोलियां चलानी शुरू कर दिया।
इसी दौरान घर मे घुसे चार चोर अचानक दीवार फांद कर भागने लगें। ग्रामीणों ने अपनी सक्रियता दिखाते हुए चोरों का पीछा करने लगें तथा एक चोर को घर के पश्चिम दिशा की तरफ 500 मिटर दूर धान के खेत मे दौड़ाकर पकड़ लिया।
वहीं चोरों द्वारा अपने बचाव मे चलाई गई एक गोली दीनानाथ के छोटे भाई केदार चौधरी के पेट में जा लगी। आनन-फानन में केदार चौधरी को जिला अस्पताल ले जाया गया जहां पर उनकी गंभीर स्थिति को देखते हुए चिकित्सक ने वाराणसी के लिए रेफर कर दिया जहां उनकी स्थिति गम्भीर बनी हुई है। वहीं स्थानीय पुलिस अब इस पूरे मामले की जांच मे जुट गई हैं।
दीनानाथ चौधरी ने बताया है कि जिस समय यह घटना हुई घर में उनके इलावा सिर्फ दो और महिलाएं सो रहीं थी।उन्हों नें बताया कि घर की आलमारी का ताला तोड़कर डकैत दो अंगूठी, एक गले का चैन तथा कुछ नगदी निकाल कर ले गए हैं।
वहीं ग्रामीणों का कहना है कि
डकैतों के पास एक पिकप वाहन भी था,जिसको मवेशी अस्पताल के पास खड़ा किए हुए थे,शोर की आवाज सुनकर पिकप लेकर भाग गए वे लोग।
अगर पूरे गांव नें ततपरता नहीं दिखाई होती तो यह घटना किसी बड़े हादसे का रूप ले सकता था।
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