सिकन्दरपुर,बलिया। सूबे की सरकार द्वारा चाहे कितना ही स्वच्छ छवि बनाने हेतु घपलेबाजो तथा घोटालों को रोकने के लिए निरन्तर प्रयास किया जा रहा है । परन्तु बावजूद इसके अधिकारी अपनी कारगुजारीओं से बाज नहीं आ रहे हैं ।सरकार की मंशा के विपरीत आज भी कुछ अधिकारियों द्वारा ऐसे लोगो को प्रश्रय दिया जा रहा है ।
मामला स्थानीय तहसील क्षेत्र के डुहा विहरा गांव में अप्रैल 2016 से मार्च 2018 तक हुए राशन घोटाले की जांच को लेकर जिलाधिकारी को दिए ज्ञापन के बाद भी अब तक कोई कार्रवाई न होने पर गांव वासियों में रोष व्याप्त है । गांव के ही बृजेश यादव द्वारा जिलाधिकारी को दिए गए प्रार्थना पत्र में आरोप लगाया गया है कि अप्रैल 2016 से मार्च 2018 तक गांव के बाहरी व्यक्तियों का नाम राशन कार्ड की सूची में शामिल कर लाखों रुपए का खाद्यान्न का घोटाला विभागीय मिलीभगत से कोटेदार द्वारा किया गया है बावजूद इसके विभागीय अधिकारियों को कई बार पत्रक देने के बाद भी आज तक कोई जांच व कार्रवाई नहीं हुई । इस संबंध में जिला पंचायत सदस्य प्रतिनिधि अखिलेश कुमार सिंह उर्फ गुड्डू सिंह ने आरोप लगाया कि विभागीय मिलीभगत से केवल एक ही गांव नहीं बल्कि अगर जांच की जाए तो दर्जनों गांव में बाहरी लोगों का नाम शामिल कर राशन कार्ड बना राशन की घपले बाजी की गई है बावजूद इसके अधिकारी व कर्मचारी की मिलीभगत से भींच कोटेदार व विभागीय अधिकारियों पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है
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