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CAA, NRC, NRP के विरोध में भाकपा माले ने किया सत्याग्रह सभा, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट को सौंपा ज्ञापन





सिकन्दरपुर, बलिया। सख्त प्रशासनिक व्यवस्था के बीच भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माले) ने एनपीआर, सीएए तथा एनआरसी का विरोध कर राष्ट्रपति को सम्बोधित ज्ञापन ज्वाइंट मजिस्ट्रेट सिकन्दरपुर श्री अन्नपूर्णा गर्ग को सौंपा 

गुरुवार की दोपहर को भाकपा माले ने सीएए, एनआरसी, एवं एनआरपी के विरोध में मनियर मार्ग के मानापुर मोड़ के समीप स्थित पोखरे पर माले नेता श्रीराम चौधरी के नेतृत्व में सत्याग्रह सभा का आयोजन किया, जिसमें सूबे तथा देश की वर्तमान भाजपा सरकार पर जमकर हमला बोला। राष्ट्रपति को संबोधित इस पत्रक में ध्यान आकर्षित कराते हुए यह मांग की गई है की ''सीएए, एनआरसी एवं एनआरपी से देश के करोड़ों दलित आदिवासी गरीब, भूमिहीन एवं अल्पसंख्यक समाज की नागरिकता प्रभावित होगी। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की शहादत दिवस पर (भारत की कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी लेलिन वादी लिबरेशन ) नागरिक समाज और इंसाफ मंच के तत्वधान में सत्याग्रह करके संबोधित ज्ञापन के माध्यम से भारत सरकार से मांग करती हैं कि धार्मिक आधार पर बना गैर संवैधानिक सीएए वापस लिया जाए और एनसीआर एनपीआर को रद्द किया जाए। प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि पूरे प्रदेश में पुलिसिया राज्य स्थापित कर दिए है, यह नहीं चलेगा। कहा कि हिंदू, मुसलमान, छात्र, नौजवान, किसान व मजदूर सब मिलकर देश के लिए लड़े तब इस देश को आजादी मिली।



कहा कि महात्मा गांधी को गोली मारने वाले जो लोग हैं वही लोग आज दुर्भाग्य से देश को चला रहे हैं, जो गांधी के हत्यारे लोग हैं, वही आज सत्ता पर विराजमान है। प्रशासन पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रशासन के दमन से कहीं कोई जनता की आवाज दबती नहीं है। कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने भी कहा के पार्लियामेंट में अगर ठीक से बातचीत हुई होती तो हिंदुस्तान में सड़क पर आंदोलन नहीं होता। कहा कि आजादी की लड़ाई में हिंदू मुस्लिम सभी लोग मिलकर लगा बटवारा हुआ जिनको जाना था वह चले गए जिनको देश से प्यार था वह यही रहा, जिन्होंने अंग्रेजों के साथ दिया वह देश की सत्ता में रहेंगे या नहीं यह भारत की जनता तय करेगी। झूठ फरेब हत्या की राजनीति करने वाले यह लोग नहीं चाहते कि देश के गरीब मजदूर दलित आदिवासी सर्टिफिकेट नहीं जमा कर पाएंगे उनसे उनकी नागरिकता छिन जाएगी। कहा कि आसाम के मुख्यमंत्री का रहे हैं कि आप लोग हमारा बहिष्कार मत करिए, आसाम के लोग सड़क पर है और यह कह रहे हैं कि आपको तय करना है कि हम कहां जाएंगे। कहा कि आप ये जो सीएए बना रहे हैं यह संविधान विरोधी है और इसलिए पूरे देश में आंदोलन चल रहा है कहां की बिहार में नीतीश की सरकार है वहां आंदोलन चल रहा है और नीतीश जी चुप हैं। कहीं भी कुछ नहीं हो रहा है आसाम में यह आंदोलन  चल रहा है और आसाम में धरना प्रदर्शन का परमिशन मिल रहा है।और केवल उत्तर प्रदेश में पुलिस का राज कायम हो गया है।

वक्ताओं के अनुसार यह पूरा कार्यक्रम नगर के मोहल्ला बड्ढा स्थित दरगाह के मैदान में होना था परंतु प्रशासनिक अनुमति नहीं मिलनें के चलते यह पूरा कार्यक्रम परिवर्तित करना पड़ा।

सुरक्षा की दृष्टि से, क्षेत्राधिकारी पवन कुमार,एस एच ओ सिकन्दरपुर बालमुकुंद मिश्रा, चौकी प्रभारी सिकन्दरपुर अमरजीत यादव, मय फोर्स के साथ मौजूद रहे।
अभिसूचना विभाग व विशेष अभिसूचना विभाग की टीमें मौजूद रहीं।

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