Ticker

6/recent/ticker-posts

आज भी कायम है दरगाह शाहवली कादरी में गंगा जमुनी तहजीब की मिसाल, उर्स ए पाक के मौके पर संतों ने लगाई हाजिरी।




सिकन्दरपुर, बलिया। ग्यारहवीं शरीफ के मौके पर हर वर्ष दरगाह शाहवली कादरी के प्रांगण में सरकार गौसुल आजम (बड़े पीर साहब)के तबर्रुकात (गुद्दड़ शरीफ) का मेले में पहुंचे अकीदतमंदों (जायरीन) को जियारत कराया जाता है।

इस ऐतिहासिक उर्स ए पाक के मौके पर गंगा जमुनी तहजीब की एक बड़ी मिसाल भी पेश की जाती है उर्स के मौके पर क्षेत्र के डुंहा स्थित मठ से हर वर्ष मौनी बाबा अपनीं उपस्थिति दर्ज कराते हैं।परंतु इस वर्ष उनकी तबियत खराब होनें की वजह से उन्हों ने तीन सदस्यों की प्रतिनिधि मंडल को परम्परा कायम रखते हुवे भेजा तथा अपनें अस्वस्थता का सन्देश भी भेजवाया।
इस अवसर पर दरगाह शाह वली कादरी के सज्जादा नशीन सैयद मिनहाजुद्दीन अजमली ने बतलाया कि मौनी बाबा का दरगाह से खास लगाव रहा है वह हर वर्ष दाता साहब के मजार पर अपनीं हाजरी देते है तथा गुद्दड़ शरीफ का जियारत भी करते है परंतु इस वर्ष उनकी तबीयत खराब होनें की वजह से उन्हों नें अपने तीन सदस्यों के प्रतिनिधि मंडल को भेजा है जिनकी मेहमान नवाजी दरगाह शाह वली कादरी में बखूबी की गई
और उन्हों ने दाता साहब के मजार पे हाजिरी भी दी तथा गुद्दड़ शरीफ का जियारत भी किया।

इस ऐतिहासिक कार्यक्रम के दौरान क्षेत्राधिकारी पवन कुमार, एस एच ओ बालमुकुन्द मिश्रा, चौकी प्रभारी अमरजीत यादव मय फोर्स के साथ अंत तक मौजूद रहे।

Post a Comment

0 Comments