सिकन्दरपुर, बलिया। तहसील क्षेत्र के लिलकर ग्रा,म सभा अंतर्गत लक्ष्मी पुर गांव में सार्वजनिक रास्ते को दबंगई के बल पर रातों रात दीवार उठाए जानें के विरोध में ग्रामीणों नें उपजिलाधिकारी को दिया ज्ञापन।
शोमवार की दोपहर को सिकन्दरपुर तहसील पर लक्ष्मी पुर गांव निवासी लग भग दो दर्जन से अधिक की संख्या में पहुंचे ग्रामीणों नें उपजिलाधिकारी अन्नपूर्णा गर्ग को सार्वजनिक रास्ते पर दीवार उठाए जाने के विषय में ज्ञापन सौंपा तथा रास्ते को पुनः ग्रामीणों के आने जाने के लिए चालू कराए जाने के लिए निवेदन किया।जिसपर उपजिलाधिकारी नें मौका मुवायना कर कार्यवाही का दिया भरोसा।
क्षेत्र के लक्ष्मीपुर (लिलकर) गांव मे रातों रात एक मुख्य रास्ते को गांव के ही कुछ लोगों द्वारा बंद कर दिये जाने के विरोध मे गांव के लगभग दो दर्जन से अधिक महिला व पुरूष तहसील परिसर मे पहुंच कर धरने पर बैठ गये और उपजिलाधिकारी अन्नपूर्णा गर्ग से मिलकर शिकायती पत्र सौपनें की मांग करने लगे, जबकि इस दौरान उपजिलाधिकारी अपने कोर्ट रूम मे अन्य मामलों की सुनवाई मे व्यस्त थी, वहीं दूसरी तरफ ग्रामीण भी उपजिलाधिकारी से मिलने की मांग को लेकर तहसील परिसर मे डटें रहें, काफी देर बाद कोर्ट रूम से उपजिलाधिकारी अन्नपूर्णा गर्ग के निकलने के बाद ग्रामीणों ने अपना शिकायती पत्र उपजिलाधिकारी को सौप पूरे मामले से अवगत कराया, जिस पर उपजिलाधिकारी ने उक्त मामले मे खुद मौका मुवायना कर दोषियों के खिलाफ कार्यवाही करने का भरोसा ग्रामीणों को दिया।
मिली जानकारी के अनुसार लक्ष्मीपुर गांव निवासी लालबाबू चौधरी, रघुनाथ, गोविन्द मल्लाह, कन्हैया लाल, रामबाबू, जानकी देवी, रेशमी देवी, सुनरी देवी, तुलसी, रिन्की साहनी, लालक्षरी देवी, कमलावती, यशवती व लक्ष्मीनारायण समेत दर्जनों ग्रामीणों ने उपजिलाधिकारी को लिखे शिकायती पत्र मे गांव के ही ग्रामीण छठ्ठू, कृष्णा, सुदामा व प्रेमचंद पर उपजिलाधिकारी के आदेश पर लेखपाल के द्वारा गांव के मुख्य रास्ते की पैमाइश कराने के बाद भी गांव के मुख्य रास्ते को रातों रात उक्त लोगों द्वारा बंद कर दिये जाने का गंभीर आरोप लगाया हैं, ग्रामीणों ने जनहित में गांव के इस मुख्य मार्गो को जल्द से जल्द खुलवाने की उपजिलाधिकारी से गुहार लगाई है, जिस पर उपजिलाधिकारी ने खुद मौके का मुआयना कर दोषियों के खिलाफ कार्यवाही करने का आश्वासन दिया है।
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