इनसान है इनसान बनिए।दीन,दुखियों का जीवनधार बनिए।
अपनों के बीच से उठकरदेश के लिए कर्णधार बनिए।।
इनसान है इनसान बनिए
अपनों का सब द्वेश भुलाकर। प्रेम,सद्भाव का आयाम बनिए।
जाति,धर्म से ऊपर उठकर। मानवता का प्रमाण बनिए।।
इनसान है इनसान बनिए
अपने पशु,प्रवृत्ति स्वभाव को। खत्म कर, इनसान बनिए।
नित नित दिन सेवार्थ करके समाज के लिए मिसाल बनिए।।
इनसान है इनसान बनिए
झूठ,फरेब दिखाने को। दर्पण जैसा आकार बनिए।Y6
बेसहारों का सहारा बनकर। उनका भी पालनहार बनिए।।
इनसान है इनसान बनिए
भोला सिंह
8801344790
महावीरधाम सोसाइटी युवा
बलिया उ०प्र०
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