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दोनों दियारों में घाघरा अबतक करीब 15 बीघा क्षेत्रफल की जमीन काट कर अपने में मिला चुकी है




@ नुरूलहोदा खान

सिकन्दरपुर (बलिया)21अगस्त।क्षेत्र में घाघरा नदी के जलस्तर में लगातार बृद्धि होती जा रही है।इसी के साथ विभिन्न दियारों में तेज कटान भी शुरू हो गया है।दियारों की  उपजाऊ भूमि कट -कट  कर नदी में समाहित होती जा रही है।सर्वाधिक तेज कटान क्षेत्र के दियारा खरीद एवं सीसोटार के मगही में है। जहां नदी उजपाऊ भूमि को पल पल काटती हुई क्रमशः दक्षिण की ओर बढ़ती जा रही है।जिससे दियारों के  किसान चिंतित हो उठे हैं।दोनों दियारों में अबतक करीब 15 बीघा क्षेत्रफल की जमीन काट कर नदी अपने में मिला चुकी है।उधर जलस्तर में बृद्धि के चलते नदी के सभी  पुराने छाड़नों में बढ़ का पानी भरता जा रहा है जिससे दियारों में आवागमन कठिनाई पूर्ण होता जा रहा है।किसानों सहित खरीद घाट पर आवागमन करने वालों को पानी के बीच से हो कर गुजरने पड़ रहा है।जिसमें उन्हें काफी जोखिम है।


इस दौरान दियारा खरीद में स्थित साधु बाबा की कुटी कटान की चपेट में आ गया है।कुटी का आधा भाग कट कर नदी में विलीन हो चुका है। यहां नदी मनियर मार्ग पर स्थित शेखपुर कांटा और खरीद गांव से मात्र डेढ़ किलो मीटर दूर रह गई है।यहां कटान की जो स्थिति है,यदि वह उसी प्रकार जारी रहा तो जल्द ही कुटी का अस्तित्व समाप्त होने की आशंका बढ़ गई है।
बता दें कि घाघरा नदी का यह कटान पिछले डेढ़ दशक से ज्यादा समय से हो रहा है।इस दौरान अब तक हजारों बीघा क्षेत्रफल की उपजाऊ भूमि नदी काट कर अपने में समाहित कर चुकी है।कटान के चलते विभिन्न दियारों के सैकड़ों किसानों के जमीन का रकबा घट गया है।दर्जनों किसान भूमिहीन हो चुके हैं तथा कटान की जो स्थिति है या भी और किसानों के भूमिहीन हो जाने की आशंका बनी हुई है।


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